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भारत ने अफगानिस्तान से चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापार बढ़ाने का किया आग्रह
भारत ने अफगानिस्तान से चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापार बढ़ाने का किया आग्रह
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चाबहार बंदरगाह की सामरिक स्थिति भारत और अफगानिस्तान के साथ-साथ मध्य एशिया के बीच व्यापार और पारगमन गतिविधियों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह पाकिस्तान से होकर जाने वाले भू-मार्ग को बायपास करता है।
2024-06-16T13:01+0530
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अफगानिस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इन्वेस्टमेंट्स (ACCI) द्वारा शनिवार को जारी बयान में कहा गया कि चाबहार बंदरगाह के संचालक राज्य समर्थित इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (IPGL) ने अफगानी व्यवसायों और व्यापारियों से ईरानी बंदरगाह के माध्यम से आयात और निर्यात बढ़ाने का आह्वान किया है।ACCI के बयान के अनुसार, दोनों कंपनियों की बैठक के दौरान IPGL की ‘तकनीकी टीम’ ने ओमान की खाड़ी बंदरगाह के ‘रणनीतिक महत्व’ पर जोर देते हुए एक प्रस्तुति दी। चर्चा करते समय भारतीय टीम ने अफगान चैंबर से बंदरगाह के उपयोग को ‘प्रोत्साहित’ करने का आह्वान किया, क्योंकि उसने ईरानी बंदरगाह के उपयोग को बढ़ावा देने में ACCI से सहयोग मांगा।अनवर अरिफी ने चाबहार को अफगानिस्तान और मध्य एशियाई देशों के लिए व्यापार और पारगमन के लिए एक महत्वपूर्ण बंदरगाह बताया।साथ ही ACCI के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भारतीय कंपनी से अफगान व्यापारियों के लिए बंदरगाह के उपयोग में आने वाली ‘बाधाओं’ को दूर करने का और बंदरगाह पर और भी अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का आह्वान किया।पिछले महीने IPGL और ईरान के बंदरगाह और समुद्री संगठन (PMO) के बीच बंदरगाह के विकास के लिए नवीकरणीय खंड के साथ चाबहार बंदरगाह पर 10 साल के समझौते पर मोहर लगाई गई।इस समझौते के तहत भारतीय कंपनी चाबहार बंदरगाह के शाहिद बेहेश्टी टर्मिनल को सुसज्जित करेगी और उसका संचालन करेगी, जिसे नई दिल्ली ने 2016 में ईरान से प्राप्त किया था।
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भारत ने अफगानिस्तान से चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापार बढ़ाने का किया आग्रह
चाबहार बंदरगाह की सामरिक स्थिति भारत और अफगानिस्तान के साथ-साथ मध्य एशिया के बीच व्यापार और पारगमन गतिविधियों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह पाकिस्तान से होकर जाने वाले भू-मार्ग को बायपास करता है। भारत अफगानिस्तान को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए इस बंदरगाह का इस्तेमाल करता है।
अफगानिस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इन्वेस्टमेंट्स (ACCI) द्वारा शनिवार को जारी बयान में कहा गया कि चाबहार बंदरगाह के संचालक राज्य समर्थित इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (IPGL) ने अफगानी व्यवसायों और व्यापारियों से ईरानी बंदरगाह के माध्यम से आयात और निर्यात बढ़ाने का आह्वान किया है।
ACCI के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद अनवर आरिफी ने IPGL की टीम के साथ एक ऑनलाइन बैठक करते हुए इस क्षेत्र में देशों के मध्य व्यापार और पारगमन के लिए चाबहार बंदरगाह के वाणिज्यिक लाभों पर चर्चा की। इस बैठक में अफ़गान व्यापारियों और व्यापारियों ने भी भाग लियाl
ACCI के बयान के अनुसार, दोनों कंपनियों की बैठक के दौरान IPGL की ‘तकनीकी टीम’ ने ओमान की खाड़ी बंदरगाह के ‘रणनीतिक महत्व’ पर जोर देते हुए एक प्रस्तुति दी। चर्चा करते समय भारतीय टीम ने अफगान चैंबर से बंदरगाह के उपयोग को ‘प्रोत्साहित’ करने का आह्वान किया, क्योंकि उसने ईरानी बंदरगाह के उपयोग को बढ़ावा देने में ACCI से सहयोग मांगा।
अनवर अरिफी ने चाबहार को अफगानिस्तान और मध्य एशियाई देशों के लिए व्यापार और पारगमन के लिए
एक महत्वपूर्ण बंदरगाह बताया।
साथ ही ACCI के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भारतीय कंपनी से अफगान व्यापारियों के लिए बंदरगाह के उपयोग में आने वाली ‘बाधाओं’ को दूर करने का और बंदरगाह पर और भी अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का आह्वान किया।
पिछले महीने IPGL और ईरान के बंदरगाह और समुद्री संगठन (PMO) के बीच बंदरगाह के विकास के लिए नवीकरणीय खंड के साथ चाबहार
बंदरगाह पर 10 साल के समझौते पर मोहर लगाई गई।
इस समझौते के तहत भारतीय कंपनी चाबहार बंदरगाह के शाहिद बेहेश्टी टर्मिनल को सुसज्जित करेगी और उसका संचालन करेगी, जिसे नई दिल्ली ने 2016 में ईरान से प्राप्त किया था।