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रूस सुख और दुख दोनों में भागीदार है: मास्को में पीएम मोदी

© SputnikPrime Minister Narendra Modi, Moscow
Prime Minister Narendra Modi, Moscow  - Sputnik भारत, 1920, 09.07.2024
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22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूसी राष्ट्रपति पुतिन के निमंत्रण पर पीएम मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर सोमवार को मास्को पहुंचे, जहां उनका स्वागत रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने किया।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रूस यात्रा के दूसरे दिन मास्को में भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की, अपने भाषण में उन्होंने कहा कि भारत और रूस ने वैश्विक समृद्धि को एक नई गति दी है।
भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत मोदी-मोदी के नारों से किया, मोदी ने अपने संबोधन में भारतीयों का अभिवादन करते हुए रूसी भाषा में पूछा 'आप कैसे हैं?'

पीएम मोदी ने कहा, "भारत-रूस की दोस्ती के लिए मैं विशेष रूप से अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व की भी सराहना करूंगा, दोनों देशों के संबंधों की नींव आपसी विश्वास और परस्पर सम्मान है। रूस में प्रचलित गीत (मेरा जूता है जापानी) भले ही पुराना हो, लेकिन भावना सदाबहार है (राज कपूर के प्रसिद्ध गीत का संदर्भ)। रूस शब्द सुनते ही हर भारतीय के मन में पहला शब्द आता है 'भारत के सुख-दुख का साथी' 'भारत का भरोसेमंद दोस्त'।"

पीएम मोदी ने बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के बारे में बात करते हुए कहा कि वर्षों से दुनिया ने प्रभाव-उन्मुख वैश्विक व्यवस्था देखी है। आज हमें प्रभाव की नहीं, बल्कि संगम की आवश्यकता है। इसके अलावा उन्होंने चेन्नई-व्लादिवोस्तोक कॉरिडोर और “गंगा-वोल्गा सभ्यता संवाद” सम्मेलन में प्रगति के बारे में भी बात की।

"बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था में भारत एक मजबूत ध्रुव है और भारतीय समुदाय रूस-भारत संबंधों का ब्रांड एंबेसडर है, हमें द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करते रहना चाहिए।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संभोधन में कज़ान और येकातेरिनबर्ग में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलने का ऐलान किया।
"मैं आप सभी के साथ कुछ अच्छी खबर साझा करना चाहता हूं। हमने कज़ान और येकातेरिनबर्ग में नए वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है। इससे यात्रा और व्यापार में वृद्धि होगी," उन्होंने कहा।
इसके अलावा उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय युवा शक्ति आत्मविश्वास से भरी है, जो विकसित भारत की कुंजी साबित होगी, इसके अलावा भारत अब दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम का घर है।

"जब दुनिया देखती है कि भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम, दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा और दुनिया का सबसे ऊंचा पुल बना दिया है, तो उसे लगता है कि भारत बदल रहा है," पीएम मोदी ने आगे जोर देकर कहा।

अपने सम्बोधन को खत्म करने के बाद पीएम मोदी ने हॉल से निकलने से पहले सुरक्षा घेरे से बाहर निकलकर भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की।
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने मास्को में नोवो-ओगारेवो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी की, रूस की अपनी यात्रा के समापन के बाद, प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया के लिए रवाना होंगे, जो 40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा देश की पहली यात्रा होगी।
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