डिफेंस
भारतीय सेना, इसके देशी और विदेशी भागीदारों और प्रतिद्वन्द्वियों की गरमा गरम खबरें।

21 तोपों की सलामी से स्वतंत्रता दिवस का पूर्वाभ्यास शुरू

© AP Photo / Manish SwarupIndian Prime Minister Narendra Modi
Indian Prime Minister Narendra Modi  - Sputnik भारत, 1920, 09.08.2024
सब्सक्राइब करें
स्वतंत्रता दिवस पर जब राष्ट्रध्वज को 21 तोपों की सलामी दी जाएगी तो उसमें भारत के रक्षा उद्योग का गर्व भी निहित होगा।
ब्रिटिश काल की निशानी 25 पाउंडर तोपों के बजाए ये सलामी स्वदेशी 105 मिमी कैलिबर की लाइट फील्ड गन(LFG) से दी जाएगी। पिछली वर्ष पहली बार इन तोपों को स्वतंत्रता दिवस पर सलामी के लिए प्रयोग किया गया था।
15 अगस्त को लाल किले पर सलामी के लिए उपयोग की जाने वाली 105 मिमी LFG और इसके एक अन्य संस्करण इंडियन फील्ड गन (IFG) तोपों की संख्या अभी भी भारतीय सेना में सबसे अधिक है।
इनका उत्पादन 1978 से आरंभ हुआ था और तब से ये तोपें भारतीय सेना की सबसे पसंदीदा तोपें हैं। इंडियन फील्ड गन का वज़न 3.5 टन से भी कम है और लाइट फील्ड गन का वज़न 2.5 टन है।
इतने कम वज़न के साथ इन्हें दूरदराज़ के इलाक़ों या पहाड़ों में ले जाकर नियुक्त करना आसान है। 2022 में भारतीय सेना ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देने के लिए पहली बार एक स्वदेशी 155 मिमी की एडवांस टोड आर्टिलरी गन सिस्टम यानि ATAGS का भी उपयोग किया था।
21 तोपों से सलामी देने का रिवाज़ पुरानी सैनिक परंपरा है। हर देश में सम्मानित अतिथियों के आने पर उन्हें तोपों से सलामी दी जाती है।
भारत में हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी जाती है। राष्ट्रीय ध्वज के फहराते ही राष्ट्रगान शुरू होता है और उसी के साथ तोपों को दागना शुरू कर दिया जाता है। भारतीय राष्ट्रगान 52 सेकंड तक चलता है उसी के अनुरूप इन सभी तोपों को 52 सेकंड की समयावधि में दाग दिया जाता है।
न्यूज़ फ़ीड
0
loader
चैट्स
Заголовок открываемого материала