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अफगानिस्तान ने पड़ोसी देशों के साथ सीमा रेखा के नवीनीकरण की घोषणा की

© AP Photo / Petros GiannakourisAn afghan man walks at the Afghanistan-Iran border crossing of Islam Qala, on Wednesday , Nov. 24, 2021. Afghans are streaming across the border into Iran, driven by desperation after the near collapse of their country's economy following the Taliban's takeover in mid-August. In the past three months, more than 300,000 people have crossed illegally into Iran, according to the Norwegian Refugee Council, and more are coming at the rate of 4,000 to 5,000 a day. (AP Photo/Petros Giannakouris)
An afghan man walks at the Afghanistan-Iran border crossing of Islam Qala, on Wednesday , Nov. 24, 2021. Afghans are streaming across the border into Iran, driven by desperation after the near collapse of their country's economy following the Taliban's takeover in mid-August. In the past three months, more than 300,000 people have crossed illegally into Iran, according to the Norwegian Refugee Council, and more are coming at the rate of 4,000 to 5,000 a day. (AP Photo/Petros Giannakouris) - Sputnik भारत, 1920, 10.06.2025
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तालिबान* के सीमा, जातीयता और जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने अफगानिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले देशों के साथ सीमा चिह्नों के पुनर्वास के प्रयासों की घोषणा की है।
मंत्रालय के प्रवक्ता तस्लीमुल्लाह हक्कानी ने कि अफगानिस्तान के साथ आधिकारिक रूप से सीमा साझा करने वाले पड़ोसी देशों के साथ सीमा चिह्नों के नवीनीकरण और पुनर्निर्माण के संबंध में बातचीत चल रही है।

"हालांकि यह प्रक्रिया संवेदनशील और समय लेने वाली है, लेकिन मंत्रालय और आधिकारिक निकाय ​​'जीरो लाइन' को सटीक रूप से निर्धारित करने और देश की क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, मंत्रालय के प्रवक्ता ने जोर देकर कहा।

साथ ही उन्होंने कहा कि "हम देश की सीमाओं को संरक्षित करने, जीरो लाइन को सटीक रूप से निर्धारित करने एवं जीरो लाइन के कुछ क्षेत्रों में हुए उल्लंघनों की जांच करने के लिए अपने साझेदार संस्थानों के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।"

इसके अलावा हक्कानी ने कहा कि "इस्लामिक अमीरात ने पाकिस्तान के साथ डूरंड रेखा पर बसे अफगानों की समस्याओं के समाधान के लिए बजट आवंटित किया है।"

बता दें कि अफ़गानिस्तान छह देशों ईरान, तुर्कमेनिस्तान, उज़बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है, किन्तु पाकिस्तान के साथ डूरंड रेखा दशकों से विवाद का विषय रही है और अफ़गानिस्तान इसे आधिकारिक सीमा के रूप में मान्यता नहीं देते हैं।
*संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन
Dr Mohammad Naeem Wardak - Sputnik भारत, 1920, 21.05.2025
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