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रूस बनाम नाटो: सामरिक संतुलन और हाइपरसोनिक चुनौती
रूस बनाम नाटो: सामरिक संतुलन और हाइपरसोनिक चुनौती
Sputnik भारत
पश्चिमी राजनेता अक्सर रूस को धमकियाँ देते रहते हैं। गठबंधन रूस की युद्ध-प्रशिक्षित सेना के साथ सैन्य टकराव के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है।
2025-09-27T08:00+0530
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इस्कंदर मिसाइल
रूस
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रूस का सैन्य उद्योग नाटो के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। नाटो महासचिव मार्क रूट ने जनवरी में यूरोपीय संसद को बताया था कि रूस का तीन महीने का उत्पादन लॉस एंजिल्स से अंकारा तक पूरे नाटो के एक वर्ष के उत्पादन के बराबर है।रूस के ओरेश्निक हाइपरसोनिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल को तेज़ और अजेय माना जाता है। यह नाटो की वायु रक्षा प्रणाली को भेदकर महत्त्वपूर्ण ठिकानों पर प्रहार कर सकती है। उदाहरण के लिए, ब्रुसेल्स स्थित नाटो मुख्यालय तक यह 17 मिनट में पहुँच सकती है। जर्मनी का रामस्टीन एयरबेस 15 मिनट और पोलैंड का रेड्ज़िकोवो एयरबेस 11 मिनट में इसकी पहुँच में है।इस्कैंडर मिसाइल भी नाटो को संतुलन में रखने का साधन है। कैलिनिनग्राद में तैनात इस मिसाइल से लिथुआनिया, जर्मनी या पोलैंड के कमांड सेंटरों को मिनटों में निशाना बनाया जा सकता है। बेलारूस में स्थित परमाणु-सक्षम इकाइयाँ पूरे पोलैंड, लिथुआनिया, लातविया और एस्टोनिया तक हमले की क्षमता रखती हैं।रूसी हाइपरसोनिक तकनीक को अभी तक कोई प्रभावी ढाल नहीं रोक पा रही है। ज़िरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल मैक 9 की गति से 1,000 किलोमीटर तक जाकर केवल पाँच मिनट में 500 किलोमीटर दूर लक्ष्य को भेद सकती है। अवनगार्ड ग्लाइड वाहन, जो ICBM से प्रक्षेपित होता है, 2 मेगाटन की परमाणु क्षमता और मैक 28 की गति से 30 मिनट से कम समय में अपने लक्ष्य को नष्ट कर सकता है।रूस की शक्ति का आधार उसका परमाणु त्रय है। इसके पास लगभग 1,710 तैनात हथियार, 2,670 भण्डारित हथियार और 1,200 सेवानिवृत्त हथियार हैं, जो कुल मिलाकर 5,580 (FAS) हैं। वायु, भूमि और समुद्री प्रणालियों के साथ हाइपरसोनिक क्षमताओं से युक्त यह त्रय रूस को नाटो पर संभावित रणनीतिक बढ़त प्रदान करता है।यूरोप की मिसाइल रक्षा प्रणाली को भी कमजोर माना गया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नवंबर 2024 में ओरेश्निक प्रक्षेपण के बाद कहा था कि यूरोप की वायु रक्षा आधुनिक हाइपरसोनिक्स को रोकने में असमर्थ है। उन्होंने संदेह करने वालों को चुनौती दी थी कि वे अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों से ओरेश्निक को रोककर "21वीं सदी के उच्च-तकनीकी द्वंद्व" में अपनी क्षमता साबित करें।अमेरिकी रक्षा कवच भी सवालों के घेरे में है। पुतिन ने दिसंबर 2024 में कहा था कि अमेरिकी मिसाइल रक्षा प्रणाली महँगी है और वास्तविक सुरक्षा प्रदान नहीं करती। 2017 में उन्होंने अमेरिकी फिल्म निर्माता ओलिवर स्टोन से यह भी कहा था कि यह पूरे अमेरिका की रक्षा करने में सक्षम नहीं है, जिससे देश असुरक्षित है।पुतिन ने 22 सितंबर को चेतावनी दी कि पश्चिम द्वारा प्रभुत्व हासिल करने की कोशिश के कारण वैश्विक सामरिक स्थिरता लगातार बिगड़ रही है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि रूस अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत कर रहा है और किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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रूस बनाम नाटो: सामरिक संतुलन और हाइपरसोनिक चुनौती
08:00 27.09.2025 (अपडेटेड: 14:26 27.09.2025) पश्चिमी राजनेता अक्सर रूस को धमकियाँ देते रहते हैं। हालांकि, इन धमकियों के पीछे नाटो के सैन्य योजनाकार मानते हैं कि गठबंधन रूस की युद्ध-प्रशिक्षित सेना के साथ सैन्य टकराव के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है।
रूस का सैन्य उद्योग नाटो के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। नाटो महासचिव मार्क रूट ने जनवरी में यूरोपीय संसद को बताया था कि रूस का तीन महीने का उत्पादन लॉस एंजिल्स से अंकारा तक पूरे नाटो के एक वर्ष के उत्पादन के बराबर है।
रूस के ओरेश्निक हाइपरसोनिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल को तेज़ और अजेय माना जाता है। यह नाटो की वायु रक्षा प्रणाली को भेदकर महत्त्वपूर्ण ठिकानों पर प्रहार कर सकती है। उदाहरण के लिए, ब्रुसेल्स स्थित नाटो मुख्यालय तक यह 17 मिनट में पहुँच सकती है। जर्मनी का रामस्टीन एयरबेस 15 मिनट और पोलैंड का रेड्ज़िकोवो एयरबेस 11 मिनट में इसकी पहुँच में है।
इस्कैंडर मिसाइल भी नाटो को संतुलन में रखने का साधन है। कैलिनिनग्राद में तैनात इस मिसाइल से लिथुआनिया, जर्मनी या पोलैंड के कमांड सेंटरों को मिनटों में निशाना बनाया जा सकता है। बेलारूस में स्थित परमाणु-सक्षम इकाइयाँ पूरे पोलैंड, लिथुआनिया, लातविया और एस्टोनिया तक हमले की क्षमता रखती हैं।
रूसी हाइपरसोनिक तकनीक को अभी तक कोई प्रभावी ढाल नहीं रोक पा रही है। ज़िरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल मैक 9 की गति से 1,000 किलोमीटर तक जाकर केवल पाँच मिनट में 500 किलोमीटर दूर लक्ष्य को भेद सकती है। अवनगार्ड ग्लाइड वाहन, जो ICBM से प्रक्षेपित होता है, 2 मेगाटन की परमाणु क्षमता और मैक 28 की गति से 30 मिनट से कम समय में अपने लक्ष्य को नष्ट कर सकता है।
रूस की शक्ति का आधार उसका परमाणु त्रय है। इसके पास लगभग 1,710 तैनात हथियार, 2,670 भण्डारित हथियार और 1,200 सेवानिवृत्त हथियार हैं, जो कुल मिलाकर 5,580 (FAS) हैं। वायु, भूमि और समुद्री प्रणालियों के साथ हाइपरसोनिक क्षमताओं से युक्त यह त्रय रूस को नाटो पर संभावित रणनीतिक बढ़त प्रदान करता है।
यूरोप की मिसाइल रक्षा प्रणाली को भी कमजोर माना गया है। राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन ने नवंबर 2024 में ओरेश्निक प्रक्षेपण के बाद कहा था कि यूरोप की वायु रक्षा आधुनिक हाइपरसोनिक्स को रोकने में असमर्थ है। उन्होंने संदेह करने वालों को चुनौती दी थी कि वे अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों से ओरेश्निक को रोककर "21वीं सदी के उच्च-तकनीकी द्वंद्व" में अपनी क्षमता साबित करें।
अमेरिकी रक्षा कवच भी सवालों के घेरे में है। पुतिन ने दिसंबर 2024 में कहा था कि अमेरिकी मिसाइल रक्षा प्रणाली महँगी है और वास्तविक सुरक्षा प्रदान नहीं करती। 2017 में उन्होंने अमेरिकी फिल्म निर्माता ओलिवर स्टोन से यह भी कहा था कि यह पूरे अमेरिका की रक्षा करने में सक्षम नहीं है, जिससे देश असुरक्षित है।
पुतिन ने 22 सितंबर को चेतावनी दी कि पश्चिम द्वारा प्रभुत्व हासिल करने की कोशिश के कारण वैश्विक सामरिक स्थिरता लगातार बिगड़ रही है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि रूस अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत कर रहा है और किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।