भारतीय तेल टैंकर एमटी वीर इदुन के 26 सदस्यीय चालक दल का हिस्सा थे, जिसे इक्वेटोरियल गिनी की नौसेना द्वारा अगस्त 2022 में अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र में हिरासत में लिया गया था। इक्वेटोरियल गिनी में कुछ समय तक रहने के बाद, चालक दल को नाइजीरिया ले जाया गया था।
दरअसल जहाज और चालक दल पर तेल चोरी सहित विभिन्न झूठे अपराधों का आरोप लगाया गया था। जहाज के चालक दल में 16 भारतीयों के अलावा आठ श्रीलंकाई नागरिक, एक पोलिश नागरिक और एक फिलिपिनो शामिल थे।
भारत सरकार ने इक्वेटोरियल गिनी और नाइजीरिया में अपने मिशनों के माध्यम से संबंधित अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं। नाइजीरियाई सरकार के हस्तक्षेप के बाद चालक दल के सदस्यों को जेल की बजाय जहाज पर रहने की अनुमति दी गई। भारतीय मिशन के अधिकारियों द्वारा लंबे वार्ता के बाद नागरिकों की रिहाई हो पाई।
बता दें कि चालक दल के लिए कानूनी प्रतिनिधित्व की व्यवस्था करने के लिए भारतीय अधिकारियों ने शिपिंग कंपनी के साथ काम किया। भारतीय पक्ष ने नाइजीरियाई अधिकारियों को बताया कि कोई तेल चोरी नहीं हुई थी और पोत द्वारा ले जाए जाने वाले कार्गो के लिए आवश्यक अनुमति दी गई थी।