केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि कोई भी देश प्रौद्योगिकी और अनुसंधान एवं विकास को अपनाए बिना प्रगति नहीं कर सकता है।
“वैश्वीकरण ने अंदर और बाहर के बीच की सीमाओं को तोड़ दिया है और आपको समझना चाहिए कि आपके आसपास क्या हो रहा है,” पेट्रोलियम उत्पादों और खाद्यान्नों की कीमतों पर कोविड महामारी और यूक्रेन संकट के प्रभावों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा।
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों में कई बदलाव हुए हैं। उन्होंने मोदी की हालिया विदेश यात्रा का हवाला देते हुए कहा, ''उनकी एक अलग छवि है, खासकर लोकतांत्रिक दुनिया में एक वरिष्ठ अनुभवी और विश्वसनीय नेता के रूप में उनके विचारों और फैसलों का प्रभाव है।"
"अपनी विदेश यात्राओं में मोदी 149 करोड़ भारतीयों की ताकत और प्रतिभा का प्रतिनिधित्व करते हैं। दुनिया अब भारत और उसके युवाओं की ओर देख रही है," जयशंकर ने कहा।
इसके अलावा विदेश मंत्री ने भारत को सेमीकंडक्टर विनिर्माण का केंद्र बनाने और एक राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन स्थापित करने की मोदी सरकार की पहल पर भी प्रकाश डाला।
बता दें कि भारत सरकार देश में सेमीकंडक्टर विकास को प्रोत्साहन दे रही है। साल 2021 में भारतीय बाजार का मूल्य 27. 2 अरब डॉलर था और प्रतिवर्ष 19 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वर्ष 2026 तक इसके 64 अरब डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है।