गुरुवार को पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले लगभग 100 श्रद्धालुओं को जीरो लाइन पर पानी भरा होने के कारण करतारपुर गलियारे के भारतीय टर्मिनल पर रोक दिया गया।
वस्तुतः रावी नदी का जलस्तर बढ़ने से करतारपुर साहिब कॉरिडोर से यात्रा प्रभावित हो गई है। रावी डेरा बाबा नानक में भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर स्थित है। श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा नदी के पार है।
चार किलोमीटर लंबा गलियारा पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारतीय राज्य पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक मंदिर से जोड़ता है, जिसे गुरु नानक का अंतिम विश्राम स्थल माना जाता है।
भारत और पाकिस्तान के गलियारे टर्मिनलों के बीच पुल अभी भी निर्माणाधीन है और बीच की सड़क रावी नदी के तल से होकर जाती है।
बता दें कि 2019 में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक की 550वीं जयंती पर सीमा पार गलियारे के खुलने के बाद से यह पहली बार है कि बाढ़ के पानी ने तीर्थयात्रा को प्रभावित किया है।