विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

चीन बीज, पौधे, कवक को जीन बदलने के लिए अंतरिक्ष में भेजेगा

अंतरिक्ष प्रजनन एक ऐसी प्रक्रिया है जो अंतरिक्ष उड़ान मिशन के दौरान बीजों और उपभेदों को ब्रह्मांडीय विकिरण और सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के संपर्क में लाती है, जिससे आनुवंशिक उत्परिवर्तन होता है।
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चीन की मानवयुक्त अंतरिक्ष एजेंसी (CMSA) ने शेनझोउ-16 मानवयुक्त अंतरिक्ष यान पर ले जाने के लिए अंतरिक्ष बीज परियोजनाओं की एक सूची की घोषणा की।
मीडिया के मुताबिक 53 संस्थानों से विभिन्न प्रकार की फसलें, वन पौधे, घास, फूल, औषधीय पौधे और सूक्ष्म जीवों के साथ 136 प्रकार की अंतरिक्ष प्रजनन प्रायोगिक सामग्री को भेजने के लिए इकट्ठा किया गया है। पृथ्वी से बाहर निकल कर जब बीज चुंबकीय क्षेत्र से दूर और कम गुरुत्वाकर्षण वाले वातावरण में सूक्ष्म DNA परिवर्तनों से गुजरते हैं, जिससे वे सूखे और कुछ बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधी हो जाते हैं।
इस मिशन का उद्देश्य विषम परिस्थितियों को झेलने में सक्षम नई फसलों की किस्मों को विकसित करना है। पिछले कुछ वर्षों में चीन ने कई पुनर्प्राप्ति योग्य उपग्रहों और शेनझोउ अंतरिक्ष यान पर सैकड़ों पौधों की प्रजातियों को अंतरिक्ष में भेजा है।
30 मई, 2023 को तीन अंतरिक्ष यात्रियों वाला शेनझोउ-16 अंतरिक्ष यान लॉन्च किया गया था, जो लगभग पांच महीने तक स्टेशन पर रहेंगे। अपने प्रवास के दौरान, वे चीन के अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम में योगदान देते हुए वैज्ञानिक प्रयोग और नियमित रखरखाव करेंगे।
2003 में चीन दुनिया का तीसरा देश बन गया था जिसने सोवियत संघ और अमेरिका के बाद मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन अंतरिक्ष में भेजा।
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