भारतीय मंत्रालय की ओर से कहा गया, बुधवार, 13 सितंबर को सोनोवाल ने व्लादिवोस्तोक में रूसी सुदूर पूर्व और आर्कटिक विकास मंत्री एलेक्सी चेकुनकोव के साथ भेंटवार्ता की।
सोनोवाल ने कहा, “भारत बढ़ी हुई संपर्क सुविधा और व्यापार की क्षमता को पहचानते हुए उत्तरी समुद्री मार्ग के विकास के संबंध में साझेदारी करने की इच्छा रखता है”।
ज्ञात हुआ है कि भेंटवार्ता करते समय मंत्रियों ने “समुद्री आवागमन की विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा की, जिसमें उत्तरी समुद्री मार्ग (एनएसआर) के साथ-साथ व्लादिवोस्तोक तथा चेन्नई के मध्य पूर्वी समुद्री गलियारे (ईएमसी) जैसे नए समुद्री परिवहन गलियारों के उपयोग की संभावना भी सम्मिलित की गई है”।
साथ ही भारत और रूस रूस के व्लादिवोस्तोक में एडमिरल जी आई नेवेल्स्की रूसी समुद्री प्रशिक्षण संस्थान में ध्रुवीय एवं आर्कटिक समुद्र के जल में भारतीय नाविकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय भी लिया गया।