"हमारे देश में 60 से 70 करोड़ किसान कृषि पर निर्भर करते हैं, हमने इस तरह की चीजों को देखा है कि किसानों को अपनी खेती प्रोड्यूस करने के लिए बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, इसी सोच के साथ हमने हमारी महाराणा प्रताप ऐग्रिकल्चरल यूनिवर्सिटी में सारा रिसर्च और तैयारी की, जिसके बाद हमारी शुरुआत हुई," सह संस्थापक अंकित जैन ने Sputnik India को बताया।
"2018 में हमारी इनोवेशन के लिए प्रेज़िडन्ट ऑफ इंडिया हाउस से हमें सम्मानित किया गया और फिर देश में हमने अपनी कंपनी को रजिस्टर किया, जिसके बाद जापान में भी कंपनी रजिस्टर की और अभी अराउंड 35 लोगों की हमारी टीम है," अंकित ने आगे कहा।
"हमारा जो प्रोडक्ट है वह पूर्णतः ऑर्गैनिक है। दूसरे बाजार में जितने भी सारे प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं वे सब केमिकल आधारित हैं, आपको जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका ने पहली बार इस प्रकार के प्रोडक्ट्स को ऑर्गैनिक कैटेगरी में सर्टिफिकेशन दिया है और अभी हमें वहां 22 राज्यों में बेचने का लाइसेंस भी मिला है और इसका मूल्य बाजार में अन्य उत्पादों [की कीमत] से कम है," अंकित ने कहा।
"इस प्रोडक्ट के अंदर माइक्रोन्यूट्रिएंट हैं जो किसी भी धरती के लिए बहुत अधिक आवश्यक होते हैं। देखिए बंजर जमीन और नॉर्मल जमीन में फर्क क्या होता है? जमीन में दोनों एक जैसी होती है, फर्क होता है उसमें उपस्थित पोषक तत्वों का, हमारा प्रोडक्ट खुद भी प्रोवाइड करता है और जमीन में उन्हें बढ़ाने का काम भी करता है तभी इसी कारण से हम लोग कई बार कहते हैं कि बंजर जमीन को भी उपजाऊ बनाने में [हमारा प्रोडक्ट] आपकी सहायता करेगा," EF पॉलिमर के सह संस्थापक जैन ने आगे कहा।
"इसको बनाने का एक पूरा प्रोसेस है जिसका हमने पेटेंट ले रखा है। हम सबसे पहले बायो वेस्ट मटेरियल को इकट्ठा करते हैं। कलेक्ट करने के बाद उसे ड्राई करते हैं, फिर पॉलीमराइजेशन भी करवाते हैं। इसके बाद दो तीन चरण से गुजरने के बाद हमारा प्रोडक्ट तैयार हो जाता है। एक बैच बनाने के लिए 15 से 20 दिन का समय लग जाता है, जिसके बाद हमारा फाइनल प्रॉडक्ट तैयार होता है," अंकित ने बताया।
"[...] जापान सरकार के पर्यावरण विभाग की ओर से बेस्ट एनवायरनमेंट प्रॉडक्ट का अवॉर्ड भी मिला हुआ है। रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन द्वारा पूरे कॉमनवेल्थ देशों के लिए किये गए आयोजन में हम लोग फर्स्ट थे और वे लोग अभी भी हमें सपोर्ट कर रहे हैं," अंकित जैन ने Sputnik India से कहा।