राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को श्रीनगर के सिविल सचिवालय में श्रद्धांजलि के रूप में उनकी एक 'प्रतिमा' और एक 'चरखा' स्थापना का अनावरण किया।
प्रतिमा के अनावरण के बाद उपराज्यपाल ने कहा, "पूज्य बापू का हमेशा मानना था कि चरखे की परिधि का संदेश उसकी मूर्त परिधि से कहीं अधिक व्यापक है। चरखे का लक्ष्य मानव जाति की सेवा करना, दूसरों को नुकसान पहुंचाए बिना जीना, अमीर और गरीब, पूंजी और श्रम के बीच एक अविभाज्य बंधन बनाना है।"
"गांधीजी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई में 'चरखा' का इस्तेमाल एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में किया था। चरखा स्वदेशी आंदोलन, आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्वतंत्रता का प्रतीक है," उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा।
साथ ही उन्होंने कहा कि "गांधी के आदर्श पूरी मानवता के लिए हैं। उम्मीद है कि हमारे अधिकारी, बापू के विचारों और आदर्शों से प्रेरित होकर, समाज में प्रत्येक नागरिक की गरिमा, समानता, सामाजिक न्याय और एक विकसित और आत्मनिर्भर जम्मू कश्मीर के लिए समर्पित रूप से काम करना जारी रखेंगे।"
बता दें कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर नई दिल्ली में राजघाट स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्मारक पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की थी। वहीं इस मौके पर देश में स्वच्छता अभियान भी चलाया जा रहा है।