भारत ने इज़राइल और फिलिस्तीन में संघर्ष के मद्देनजर "स्थिति की निगरानी करने और जानकारी एवं सहायता प्रदान करने" के लिए नई दिल्ली में 24 घंटों का "नियंत्रण कक्ष" स्थापित किया है, विदेश मंत्रालय (MEA) ने बुधवार को एक बयान में कहा।
"इसके अलावा, तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने 24 घंटों की आपातकालीन हेल्पलाइन भी स्थापित की है," विदेश मंत्रालय ने कहा।
वेस्ट बैंक के रामल्लाह में भारतीय प्रतिनिधि कार्यालय ने फिलिस्तीन में भारतीयों के लिए 24 घंटे की "आपातकालीन हेल्पलाइन" भी स्थापित की है।
आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, इज़राइल में लगभग 15,000 भारतीय नागरिक हैं। भारत-इज़राइल संबंधों पर एक आधिकारिक संक्षिप्त जानकारी के अनुसार, "उनमें से ज्यादातर हीरा व्यापारी, आईटी पेशेवर और छात्र हैं।"
वेस्ट बैंक, गाजा और पूर्वी येरुशलम के फिलिस्तीनी क्षेत्रों में रहने वाले भारतीय नागरिकों का कोई हालिया अनुमान उपलब्ध नहीं है।
इज़राइल में भारतीय दूतावास चौबीसों घंटे काम कर रहा है, दूत ने कहा
इस बीच, इज़राइल में भारत के राजदूत संजीव सिंगला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा है कि तेल अवीव में नई दिल्ली का मिशन देश में भारतीयों की "सुरक्षा और कल्याण" सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है।
“हम सभी बहुत कठिन समय से गुज़र रहे हैं लेकिन शांत और सतर्क रहें और स्थानीय सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें। हम यहां आपकी सहायता के लिए उपलब्ध हैं। और हमें सराहना के इतने सारे संदेश भेजने के लिए हम आप लोगों को धन्यवाद देते हैं,'' भारतीय राजदूत ने कहा।
दूत ने कहा कि भारतीय दूतावास स्थिति पर "बारीकी से" नजर रख रहा है।
दरअसल हमास और इज़राइल के बीच शत्रुता में वृद्धि सप्ताहांत में तब शुरू हुई जब फिलिस्तीनी लड़ाकू समूह ने गाजा पट्टी से इजराइली शहरों पर घातक मिसाइल और भूमि-आधारित हमला शुरू किया।
बुधवार सुबह इज़राइल रक्षा बल (IDF) के नवीनतम अपडेट के अनुसार, हमले में 1,200 से अधिक इज़राइली नागरिक मारे गए हैं, हालांकि अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में हमास के खिलाफ IDF की जवाबी कार्रवाई में अब तक 900 से अधिक फिलिस्तीनी लोगों की जान जा चुकी है, मृतकों में ज्यादातर आम नागरिक हैं।