फिलीस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार (31 अक्टूबर) को उत्तरी गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर पर इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) के हवाई हमले में कम से कम 50 लोग मारे गए और 150 अन्य घायल हो गए।
हालांकि, नजदीकी अस्पताल के प्रशासन का दावा है कि 120 मृतकों सहित लगभग 400 लोग हताहत हुए। कतर स्थित एक समाचार नेटवर्क ने बताया कि हवाई हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 300 घायल हो गए।
फिलीस्तीनी आंदोलनकारी संगठन हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने बुधवार को दावा किया कि जबालिया शरणार्थी शिविर पर इजराइल के हमले में 7 बंधकों की मौत हो गई, जिनमें तीन विदेशी पासपोर्ट वाले थे।
Sputnik ने मालूम किया कि त्रासदी के बारे में अब तक क्या पता है।
जबालिया शिविर क्या है?
मध्य पूर्व में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के अनुसार, 1948 के अरब-इज़राइल युद्ध के बाद कई फिलिस्तीनियों ने अपने गांवों को छोड़ने को मजबूर हो गए थे और जबालिया शिविर में शरण मांगी थी।
7 अक्टूबर को संघर्ष की तीव्रता बढ़ने से पहले यूएनआरडब्ल्यूए ने जबालिया को गाजा का सबसे बड़ा शरणार्थी शिविर बताया था। शिविर सिर्फ 1.4 वर्ग किलोमीटर इलाके का है, लेकिन वहां 116 हजार से अधिक लोग रहते हैं।
जबालिया शिविर पर हमले के परिणाम
रिपोर्टों के अनुसार, मंगलवार के हवाई हमले में एक बड़ा विस्फोट हुआ, जिससे शरणार्थी शिविर के केंद्र में कई आवासीय इमारतें नष्ट हो गईं।
This image grab taken from AFPTV video footage shows Palestinians looking for survivors in a crater following a stike on the Jabaliya refugee camp in the northern Gaza Strip, on October 31, 2023.
© AFP 2023 FADI ALWHIDI
वीडियो और तस्वीरों में हमले के परिणामस्वरूप पैदा हुए कई बड़े गड्ढे दिखाई दे रहे हैं, जो टूटी हुई इमारतों से घिरे हुए हैं। मीडिया जबालिया के निवासी राघेब अक़ल के हवाले से कहा कि ऐसा महसूस हुआ जैसे “भूकंप” आया हो।
उन्होंने कहा, "मैं गया और विनाश देखा, (...) मलबे के नीचे दबे घर और शरीर के अंग और बड़ी संख्या में शहीद और घायल हुए।"
This image grab taken from AFPTV video footage shows Palestinians looking for survivors in a crater following a stike on the Jabaliya refugee camp in the northern Gaza Strip, on October 31, 2023.
© AFP 2023 FADI ALWHIDI
युद्ध की त्रासदी?
आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि उसने जबालिया शिविर पर हवाई हमले में हमास के शीर्ष कमांडर इब्राहिम बियारी को मार गिराया, जो इज़राइल में 7 अक्तूबर को हुए नरसंहार के लिए जिम्मेदार है। आईडीएफ ने यह भी दावा किया कि हमले में "कई अन्य हमास आतंकवादी" मारे गए।
हमास ने जबालिया शरणार्थी शिविर में अपने किसी नेता की मौजूदगी से सख्ती से इनकार किया है। हमास के प्रवक्ता हाज़ेम क़ासिम ने इज़राइल पर आरोप लगाया कि वह शिविर में "सुरक्षित नागरिकों, बच्चों और महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध" को सही ठहराने की कोशिश कर रहा है।
वहीं, आईडीएफ के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने एक अमेरिकी टीवी को एक साक्षात्कार देते हुए हमास पर "नागरिकों के पीछे छिपने" का आरोप लगाया। जब उन्हें याद दिलाया गया कि शिविर में कई निर्दोष नागरिक थे, तो हेचट ने कहा, "यह युद्ध की त्रासदी है। साथ ही प्रवक्ता ने उत्तरी गाजा के निवासियों से एक और बार फिर दक्षिण की ओर भागने की अपील की।
जबालिया हमले पर प्रतिक्रिया
फ़िलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने इस हमले को “नरसंहार” बताया, जिसमें बच्चों और महिलाओं के “दिल दहला देने वाले दस्तावेजी दृश्य” का हवाला दिया गया। बयान में कहा गया है, “दुनिया के सामने और आत्मरक्षा के बहाने बड़े पैमाने पर किए गए नरसंहार में इसकी जड़ें मौजूद हैं।”
जबल्या हमले पर व्हाइट हाउस प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इस बात पर बल दिया कि इज़राइल फिलिस्तीनी नागरिकों की रक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास “संकेत हैं कि वे ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं।”
सऊदी अरब, ईरान, जॉर्डन और मिस्र ने इज़राइल के हमले की कड़ी निंदा की है। मिस्र के विदेश मंत्रालय ने इज़राइल पर आवासीय क्षेत्र को निशाना बनाकर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और इसे "अमानवीय" कृत्य करार दिया। मंत्रालय ने बताया, “मिस्र ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के प्रावधानों के खिलाफ इजराइली बलों द्वारा एक नया घोर उल्लंघन माना है।”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोशल नेटवर्क 'एक्स' पर लिखा कि वह "इज़राइल और हमास और गाजा में अन्य फिलिस्तीनी सशस्त्र समूहों के बीच संघर्ष की तीव्रता से बहुत चिंतित हैं।"