सोमवार को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेला गया मैच अपने नतीजे के लिए नहीं बल्कि अम्पाइर के एक निर्णय के लिए जाना जाएगा। इस निर्णय के तहत मैच में श्रीलंका के खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज को 'टाइम आउट' दिया गया, जिससे वे इस तरह आउट होने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के पहले खिलाड़ी बने।
बांग्लादेश ने मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जब 25वें ओवर में श्रीलंका के सदीरा समरविक्रमा के आउट होने के बाद पूर्व कप्तान मैथ्यूज मैदान में आए तब उनके हेलमेट में उन्हें कुछ दिक्कत पेश आई, जिसे बदलने के लिए उन्होंने ड्रेसिंग रूम से नए हेलमेट की मांग की लेकिन हेलमेंट बदलने की प्रक्रिया में नियमानुसार अधिक टाइम लग गया और बांग्लादेश की अपील पर अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया।
Sputnik आज बताने जा रहा है क्रिकेट के इतिहास के पाँच ऐसे असामान्य निर्णय जिसकी वजह से खिलाड़ियों को आउट होकर वापस जाना पड़ा।
क्रिकेट में सबसे पहला 'मांकड़' आउट कौन सा है?
भारत की टीम 1947 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर था और भारतीय खिलाड़ी वीनू मांकड़ ने अपने पहले अभ्यास खेल के दौरान ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज बिल ब्राउन को नॉन-स्ट्राइकर छोर पर बॉल करने से पहले क्रीस से आगे निकाल जाने पर चेतावनी दी, लेकिन जब ब्राउन ने जब उस सलाह को नजरअंदाज किया गया तो मांकड़ ने उन्हें रन आउट कर दिया।
एक महीने बाद, मांकड़ ने पहले टेस्ट में फिर से ब्राउन को ठीक उसी तरह से रन आउट कर दिया, जैसे उन्होंने अभ्यास खेल के दौरान किया था लेकिन बिना किसी चेतावनी के जिसके कारण इस तरह पूत करने को 'मांकड़' का नाम दिया गया।
एक महीने बाद, मांकड़ ने पहले टेस्ट में फिर से ब्राउन को ठीक उसी तरह से रन आउट कर दिया, जैसे उन्होंने अभ्यास खेल के दौरान किया था लेकिन बिना किसी चेतावनी के जिसके कारण इस तरह पूत करने को 'मांकड़' का नाम दिया गया।
इस तरह के आउट देने के तरीकों पर तभी से लेकर अब तक बहस छिड़ी हुई है जिससे ऐसे आउटों की निष्पक्षता के बारे में बहस छिड़ गई जो आज भी जारी है।
सबसे पहला हैंडल्ड द बॉल आउट कौन?
1979 में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे एक टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज एंड्रयू हिल्डिच पाकिस्तान के खिलाफ 'हैंडल्ड द बॉल' से आउट हो गए, इस तरह आउट होने वाले वे पहले नॉन-स्ट्राइकर खिलाड़ी बन गए।
हिल्डिच ने पिच पर पड़ी गेंद को उठाकर पाकिस्तानी खिलाड़ी सरफराज नवाज को सौंप दी। जिसके बाद पाकिस्तान के तेज गेंदबाज ने अपील की और क्रिकेट के नियमों के तहत अंपायर को हिल्डिच को आउट देना पड़ा।
नियम के मुताबिक यदि बल्लेबाज जानबूझकर बिना क्षेत्ररक्षक की सहमति से गेंद को हाथ से छूता है तो उसे आउट माना जाता है।
हिल्डिच ने पिच पर पड़ी गेंद को उठाकर पाकिस्तानी खिलाड़ी सरफराज नवाज को सौंप दी। जिसके बाद पाकिस्तान के तेज गेंदबाज ने अपील की और क्रिकेट के नियमों के तहत अंपायर को हिल्डिच को आउट देना पड़ा।
नियम के मुताबिक यदि बल्लेबाज जानबूझकर बिना क्षेत्ररक्षक की सहमति से गेंद को हाथ से छूता है तो उसे आउट माना जाता है।
इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज इस कानून के तहत भी आउट है, यदि गेंद खेलने के दौरान और क्षेत्ररक्षक की सहमति के बिना वह गेंद को किसी क्षेत्ररक्षक को लौटाने के लिए अपने हाथ या बल्ला न पकड़ने वाले हाथों का उपयोग करता है।
'टाइम्ड आउट' सबसे पहले कब आया?
'टाइम्ड आउट' 1980 में क्रिकेट के नियमों में शामिल हुआ और तब से यह आउट होने का बहुत ही दुर्लभ तरीका माना जाता है।
इस तरह आउट होने का मामला दक्षिण अफ़्रीकी घरेलू मैच के दौरान 2002 में दर्ज किया गया।
तेज गेंदबाज वासबर्ट ड्रेक्स को पूर्वी लंदन में बॉर्डर की तरफ से फ्री स्टेट के खिलाफ खेलने के लिए चुना गया। चुनाव के समय वह श्रीलंका में चैंपियंस ट्रॉफी में वेस्टइंडीज के लिए खेल रहे थे, लेकिन उन्होंने सोचा कि वह समय पर दक्षिण अफ्रीका पहुंच सकते हैं। कोलंबो से उनकी उड़ान में काफी देरी होने की वजह से वह 'टाइम्ड आउट' करार दिए गए।
इंग्लैंड के खिलाड़ी बेयरस्टो का विवादास्पद आउट
2023 में खेले जा रहे दूसरे एशेज टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड के बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो के विवादास्पद आउट के बाद लॉर्ड्स में रोष फैल गया।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज कैमरून ग्रीन के बाउंसर को चकमा देने के बाद बेयरस्टो क्रीज से बाहर चले गए, उन्हें लगा कि गेंद अमान्य हो गई है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने स्टंप पर सीधा प्रहार किया और अंपायरों के पास आउट की पुष्टि करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। और बल्लेबाज को स्टंप आउट करार दिया गया।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज कैमरून ग्रीन के बाउंसर को चकमा देने के बाद बेयरस्टो क्रीज से बाहर चले गए, उन्हें लगा कि गेंद अमान्य हो गई है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने स्टंप पर सीधा प्रहार किया और अंपायरों के पास आउट की पुष्टि करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। और बल्लेबाज को स्टंप आउट करार दिया गया।