भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई में हो रहे संयुक्त राष्ट्र विश्व जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP28) के इतर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की है।
मोदी ने शनिवार को कहा, ''द्विपक्षीय साझेदारी और कतर में भारतीय समुदाय की भलाई पर हमारी अच्छी बातचीत हुई।''
अक्टूबर में कतर के 'कोर्ट ऑफ फर्स्ट इंस्टेंस' द्वारा भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अफसरों को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद से यह बैठक दोनों देशों के बीच पहले नेतृत्व-स्तर के संपर्क का प्रतीक है।
भारतीयों को पिछले अगस्त में कतर की शीर्ष खुफिया एजेंसी राज्य सुरक्षा ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने खुलासा किया है कि मौत की सजा पाने वाले कैदी अल-दहरा नामक कंपनी के कर्मचारी थे, जिसने अब परिचालन बंद कर दिया है।
कतर अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने के कुछ दिन बाद भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कतर की हिरासत में आठ भारतीयों के परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली इस मामले को ‘सर्वोच्च महत्व’ देती है।
उन्होंने कहा, “हम परिजनों की चिंताओं और दर्द को पूरी तरह से साझा करते हैं। हमने यह रेखांकित किया कि सरकार उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास जारी रखेगी। इस संबंध में परिजनों के साथ समन्वय किया जाएगा।"
पिछले हफ़्ते क़तर की अदालत ने मौत की सज़ा के ख़िलाफ़ भारत सरकार की अपील स्वीकार कर ली थी। अगली सुनवाई की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है।