मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने T-90 टैंकों के लिए डिजिटल बैलिस्टिक कंप्यूटर (DBC) और स्वचालित लक्ष्य ट्रैकर (ATT) जैसी नई प्रौद्योगिकियों को मंजूरी दे दी है।
यह अपग्रेड मैन्युअल पोजीशनिंग की आवश्यकता को समाप्त करके सटीकता में सुधार करता है।
ATT की उल्लेखनीय ट्रैकिंग क्षमता पर विशेष जोर देने के साथ, दुश्मन के टैंकों का प्रभावी ढंग से पता लगाने और उनसे मुकाबला करने की सेना की क्षमता को बढ़ाने के लिए फाइन-ट्यूनिंग की गई है।
इसके अलावा, DBC को शामिल करने से सटीक हिट सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरणीय स्थितियों को ध्यान में रखते हुए गोला-बारूद प्रक्षेपवक्र गणना की सटीकता में सुधार होता है।
भारतीय सेना के टैंक बेड़े में होने वाले अपडेट:
भारतीय सेना धीरे-धीरे अपने T-72 टैंकों को युद्धक्षेत्र प्रबंधन प्रणाली से लैस 1,700 फ्यूचर रेडी कॉम्बैट व्हीकल्स (FRCV) से बदल रही है।
यह अतिरिक्त 475 T-90 टैंक भी विकसित कर रहा है।
मौजूदा टैंकों को उन्नत लक्ष्यीकरण और ट्रैकिंग (ATT) प्रणाली के साथ उन्नत और एकीकृत किया जा रहा है।