भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली में 'वीर बाल दिवस' पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए, कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है, यह दिन याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती।
पीएम मोदी ने गुरु गोबिंद सिंह के दो पुत्रों की शहादत को याद करते हुए कहा कि भारत के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में कार्यक्रमों के माध्यम से उनके बलिदानों को विश्व स्तर पर याद किया जा रहा है।
"वीर बाल दिवस अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाने लगा है। इस वर्ष अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, UAE और ग्रीस में भी वीर बाल दिवस से जुड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। भारत के वीर साहिबजादों को पूरी दुनिया और ज्यादा जानेगी, उनके महान कृतत्व से सीखेगी," पीएम मोदी ने कहा।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज भारत उस स्टेज पर है, जहां बड़ी वैश्विक चुनौतियों के समाधान में भारत बड़ी भूमिका निभा रहा है। अर्थव्यवस्था हो, विज्ञान हो, अनुसंधान हो, खेल हो, नीति-रणनीति जैसे हर पहलू में भारत नई बुलंदी की तरफ जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने युवाओं से अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा और कहा कि जब वे फिट होंगे तो वे अपने करियर और जीवन में ''सुपर हिट'' होंगे। उन्होंने उन्हें नशीले पदार्थों के उपयोग से दूर रहने के लिए भी कहा।
"वीर बाल दिवस पर मैं देश के सभी नौजवानों से, सभी युवाओं से अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आग्रह करूंगा। जब भारत का युवा फिट होगा, तो वह अपने जीवन में, अपने करियर में भी सुपरहिट होगा। भारत के युवाओं को अपने लिए कुछ नियम अवश्य बनाने चाहिए, उन्हें फॉलो करना चाहिए," प्रधानमंत्री मोदी ने कहा।
आखिर में प्रधानमंत्री ने वीर बाल दिवस पर सभी धर्मगुरुओं और सभी सामाजिक संस्थानों से भी आग्रह किया कि देश में ड्रग्स को लेकर एक बड़ा जनांदोलन हो।