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एआई 21वीं सदी का शीर्ष उपकरण या शीर्ष विध्वंसक साबित हो सकता है: मोदी

© Photo : Social MediaPrime Minister Narendra Modi inaugurates GPAI Summit, 2023
Prime Minister Narendra Modi inaugurates GPAI Summit, 2023 - Sputnik भारत, 1920, 12.12.2023
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर वैश्विक साझेदारी (GPAI) शिखर सम्मेलन 2023 का उद्घाटन किया, यह सम्मेलन 12 से 14 दिसंबर तक चलेगा।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली में GPAI शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के कई सकारात्मक प्रभाव हैं, लेकिन इसके कई नकारात्मक प्रभाव भी हैं जो चिंता का विषय है।

"21वीं सदी के विकास में एआई सबसे बड़ा उपकरण बन सकता है। लेकिन यह 21वीं सदी को तबाह करने में भी सबसे बड़ी भूमिका निभा सकता है... डीपफेक पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है... एआई टूल्स का आतंकियों के हाथों में जाना भी एक बड़ा खतरा है। अगर आतंकी संगठनों को एआई हथियार मिल गए तो ये एक बड़ी चुनौती होगी," ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट में प्रधानमंत्री ने कहा।

शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि एआई का वर्तमान और भविष्य दोनों पीढ़ियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ रहा है। हमें अत्यधिक सावधानी के साथ आगे बढ़ना चाहिए। मेरा मानना है कि इस शिखर सम्मेलन से निकलने वाले सुझाव और विचार हमें सुरक्षित रखने में मदद करेंगे।

"मुझे बहुत ख़ुशी है कि भारत अगले साल इस शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करने जा रहा है... यह शिखर सम्मेलन तब हो रहा है जब पूरी दुनिया में एआई पर बड़ी बहस चल रही है..." प्रधानमंत्री ने सम्मेलन में कहा।

ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आज भारत एआई और इसके अन्य भागों के क्षेत्र में अग्रणी है। हम एआई के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहे हैं। हाल ही में, हमने कृषि क्षेत्र में एआई चेक पोर्टल लॉन्च किया है, जो किसानों को उनके आवेदन की स्थिति की जांच करने, भुगतान विवरण तक पहुंचने और सरकारी योजनाओं के बारे में आसानी से सूचित रहने की सुविधा प्रदान करता है।

नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारत में हमारा विकास मंत्र है, सबका साथ, सबका विकास। हमने 'एआई फॉर ऑल' की भावना से प्रेरित होकर सरकारी नीतियां और कार्यक्रम तैयार किए हैं। हमारा प्रयास है सामाजिक विकास और समावेशी विकास के लिए एआई की क्षमताओं का पूरा लाभ उठाया जाएगा"।

आखिर में ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एआई की विकास यात्रा जितनी अधिक समावेशी होगी, समाज उतने ही बेहतर परिणाम हासिल करेगा।
An AFP journalist views an example of a deepfake video manipulated using artificial intelligence, by Carnegie Mellon University researchers, from his desk in Washington, DC January 25, 2019. - Sputnik भारत, 1920, 23.11.2023
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