विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

PPP मॉडल के तहत इसरो का सबसे भारी रॉकेट LVM3 बनाने की योजना

इसरो के लिए पिछला साल बहुत उपलब्धियों भरा रहा जिसमें भारत ने चंद्रयान 3 और आदित्य एल 1 जैसे मिशनों को अंतरिक्ष भेज कर सफलता हासिल की।
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इसरो अपने सफल मिशनों को अंजाम देने के बाद LVM3 नाम का एक भारी स्वतंत्र रॉकेट बनाने की योजना बना रहा है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी और अंतरिक्ष विभाग की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) ने सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) मोड में LVM3 बनाने का काम शुरू कर दिया है।
हाल ही में NSIL और इसरो द्वारा साझेदारी जुटाने के लिए एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें 30 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। NSIL ने भारतीय उद्योग के माध्यम से LVM3 उत्पादन के लिए संभावित PPP साझेदारी विकल्पों का पता लगाने के लिए IIFCL प्रोजेक्ट्स लिमिटेड की सेवाएं ली हैं।
मीडिया ने NSIL के हवाले से बताया कि वैश्विक लॉन्च सेवा की मांग को पूरा करने के लिए अधिक संख्या में LVM3 की आवश्यकता है। कंपनी ने बताया कि NSIL और इसरो के इस प्रयास के लिए भारतीय उद्योगों को आगे आना चाहिए और कार्यक्रम के हिस्से के रूप में जोखिम-साझाकरण के लिए तैयार रहना चाहिए और निवेश भागीदार बनना चाहिए।
NSIL ने आगे कहा कि LVM3 आने वाले वर्षों में इस विशिष्ट वैश्विक लॉन्च सेवा बाजार पर कब्जा करने के काफी अवसर पैदा करेगा।
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चंद्रयान 3 से लेकर आदित्य L-1 तक इसरो ने कितने मिशनों को अंजाम दिया 2023 में?
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