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हमारे पास मालदीव से सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने के कोई आदेश नहीं: नौसेना प्रमुख

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपना चुनाव "इंडिया फर्स्ट" को खत्म करने के वादे के आधार पर जीता था। मुइज्जू द्वारा अभी तक लिए गए फैसलों को देखते हुए कहा जा सकता है कि वे चीन के साथ संबंध बनाने के लिए अग्रसर हैं।
Sputnik
भारत और मालदीव के बीच विवाद हाल के दिनों में थमता नजर नहीं आ रहा है, मालदीव से भारतीय रक्षा कर्मियों को हटाने को लेकर द्वीप राष्ट्र के राष्ट्रपति कई बार बयान दे चुके हैं। हालांकि इसे लेकर भारतीय नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने रक्षा कर्मियों को मालदीव से बाहर निकालने के लिए नहीं कहा है।

माले और नई दिल्ली के बीच लगातार बातचीत के दौर चल रहे हैं। मीडिया ने दोनों देशों के अधिकारियों के हवाले से बताया कि मालदीव में अभी भारत के 88 सैनिक तैनात हैं।

मालदीव से रक्षा कर्मियों की वापसी के बारे में पूछे जाने पर आर हरि कुमार ने सीएनएन-न्यूज18 से कहा, "हम निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं, चाहे जो भी फैसला हो। नई दिल्ली ने अब तक नौसेना को "वास्तव में" कोई आदेश जारी नहीं किया है।"

इससे पहले मालदीव और भारत के ग्रुप के बीच हुई वार्ता के दौरान मालदीव के प्रतिनिधि अली नसीर ने भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर से अपने रक्षा कर्मियों को नागरिक दल से बदलने का आग्रह किया था।

17 नवंम्बर को चुनाव जीतने के बाद मोहम्मद मुइज्जू ने आधिकारिक तौर ओर अपने पड़ोसी देश भारत से सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने का अनुरोध किया था।
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