ट्रूडो का भारतीय राजनीति में दखल का इतिहास
कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडो-पैसिफिक स्टडीज (KIIPS) के संस्थापक प्रोफेसर चिंतामणि महापात्र ने गुरुवार को Sputnik भारत को बताया, "ट्रूडो ने अपनी पिछली भारत यात्रा के दौरान आंदोलनकारी किसानों का पक्ष लेकर भारतीय राजनीति में हस्तक्षेप करके भारतीय राजनयिक मिशनों को नुकसान पहुंचाने तथा भारत विरोधी अलगाववादियों को बढ़ावा देने वाले तत्वों द्वारा भारतीय राजनयिकों के खिलाफ धमकियों को रोकने में अपनी निष्क्रियता के कारण पहले ही भारत के साथ लड़ाई छेड़ दी है।"
प्रोफेसर महापात्रा ने कहा, "तथ्य यह है कि 25 सदस्यीय न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थन के बिना, ट्रूडो के नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी कनाडाई संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत का समर्थन खो देगी। और खालिस्तानी समर्थक जगमीत सिंह न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैं।"
सिंह ने Sputnik भारत से कहा, "जस्टिन ट्रूडो की राजनीति की शैली भारत में गठबंधन सहयोगियों की राजनीति से अलग नहीं है। दोनों की दृष्टि अदूरदर्शी है और वे तुष्टीकरण की राजनीति के हैंगओवर में हैं।"
"लेकिन आज का भारत वह भारत नहीं है जो तीन दशक पहले हुआ करता था। यह एक नया भारत है, और अगर कनाडा ने इसके गौरव को ठेस पहुंचाने की कोशिश की तो वह पीछे नहीं हटेगा।"