प्रधानमंत्री ने कहा, “आज हम आखिरी सत्र में मिल रहे हैं और कुछ लोगों का स्वभाव 'आदतन हुड़दंगी' हो गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं। ऐसे सभी माननीय सांसद जरूर आत्मविश्लेषण करेंगे कि 10 साल में उन्होंने क्या किया।"
उन्होंने कहा, "इस नए संसद भवन में आयोजित पहले सत्र के अंत में, संसद ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय लिया, और वह निर्णय 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' था। 26 जनवरी को, हमने देखा कि कैसे देश ने नारी शक्ति के शौर्य, पराक्रम और संकल्प को अनुभव किया।"
राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद को संबोधित किया
उन्होंने नए संसद भवन में अपने पहले अभिभाषण में कहा, “पिछला साल भारत के लिए उपलब्धियों से भरा रहा। बहुत सफलताऐं मिलीं। भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला देश बना। भारत द्वारा आयोजित सफल G20 शिखर सम्मेलन ने दुनिया में भारत की भूमिका को मजबूत किया। भारत ने एशियन गेम्स में 100 से अधिक पदक जीते।"