अशोक सज्जनहार ने कहा, "हमारा ट्रैक रिकॉर्ड बिल्कुल बेदाग है, इसलिए यह बिना किसी आधार के भारत पर आरोप लगाने का एक अनावश्यक प्रयास है। कोई भी आरोप विश्वसनीय नहीं हैं, आरोप सिर्फ अफवाह हैं। यह एक गुप्त रिपोर्ट है जिसके बारे में कोई नहीं जानता कि इसे किसने बनाया और इसे कैसे बनाया गया। और कनाडा बस हवा में कुछ कहने की कोशिश कर रहा है। पूरी दुनिया इस रिपोर्ट को रद्दी में डाल देगी।"
सज्जनहार ने कहा, "भारत नहीं चाहता है कि रिश्ते खराब हो, लेकिन जिस तरह से कनाडा भारत विरोधी तत्वों को पूरी तरह से अपना काम करने के लिए खुली छूट देते हैं, साथ ही वहाँ पर भारत के राजदूत को धमकी देते हैं। ऐसा करके वे भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश करते हैं। इसलिए उन्हें जिम्मेदाराना व्यवहार करना चाहिए और खुद के गिरेवान में झांकना चहाइए। उन्हें अपने व्यवहार और बयान पर ध्यान देने की जरूरत है और उन्हें यदि संबंधों को सामान्य बनाना है तो इसे ठीक करना होगा।"
सज्जनहार ने कहा, "भारत विरोधी चरमपंथी खालिस्तान को समर्थन करने और उनका वोट लेने के लिए वे ऐसा कर रहे हैं। उनका दृष्टिकोण बहुत संकीर्ण है साथ ही वे छोटी सोच रखते हैं। वे अदूरदर्शी हैं और इससे भारत के साथ उनके रिश्ते ख़राब हो जायेंगे। शायद अभी उन्हें इसका एहसास न हो और वे इसे इतना महत्व न दें।"