पाकिस्तान की अदिलाया जेल में बंद इमरान खान ने हाल ही में संपन्न आम चुनाव में जीत का दावा किया है, क्योंकि उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने आधिकारिक परिणामों के अनुसार अन्य दलों में लीड किया है।
उन्होंने साथ ही कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ की 'लंदन प्लान' मतदान के दिन मतदाताओं की भारी भीड़ के कारण विफल हो गई। बताया जा रहा है कि इसके लिए AI का इस्तेमाल किया गया है।
खान ने कहा, "नवाज शरीफ एक कमजर्फ इंसान है, जिसने आधिकारिक नतीजे के बावजूद तीस सीट पीछे होते हुए भी जीत का भाषण दिया है। कोई पाकिस्तानी इसे नहीं मानेगा और अंतरराष्ट्रीय मीडिया भी उस पर बखूबी लिख रहा है।"
पीटीआई के नेता ने इस पर ध्यान दिया कि चुनावी नतीजों के अनुसार 266 सीटों पर हुए नेशनल असेंबली के चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 150 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की है।
खान ने कहा, "दो साल के सख्त जुल्म और नाइंसाफियों के बावजूद हमने दो-तिहाई सीटों से जीत लिया है।"
पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग के आधिकारिक परिणामों के अनुसार खान के समर्थित उम्मीदवारों ने 90 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की हैं, जबकि पीएमएल-एन को 70 सीटें मिली हैं। हालांकि, वर्तमान में निर्वाचन अधिकारी वोटों की गिनती कर रहे हैं।
नवाज शरीफ का अन्य दलों से संपर्क
गुरुवार को लाहौर में अपने जीत के एलन में पीएमएल-एन नेता नवाज शरीफ ने अपने समर्थकों से कहा कि वह गठबंधन सरकार बनाने के लिए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) से संपर्क करेंगे।
शरीफ का भाषण तब आया जब उनकी पार्टी निर्दलीय उम्मीदवारों से पिछड़ रही थी। हालाँकि, पीएमएल (एन) चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी रही क्योंकि खान के सहयोगी स्वतंत्र उम्मीदवार किसी एक पार्टी के बैनर तले चुनाव नहीं लड़ रहे थे।
इस बीच में पाकिस्तानी सेना ने देश के सभी राजनीतिक दलों से 'अराजकता और ध्रुवीकरण की राजनीति से आगे बढ़ने' और राष्ट्र को 'उपचार स्पर्श' प्रदान करने का आह्वान किया है।
पाकिस्तान सशस्त्र बलों की मीडिया और जनसंपर्क शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के अनुसार, सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा है कि पाकिस्तान की विविध राजनीति और बहुलवाद को सभी लोकतांत्रिक ताकतों की एकीकृत सरकार द्वारा अच्छी तरह से प्रतिनिधित्व किया जाएगा। चुनाव और लोकतंत्र पाकिस्तान के लोगों की सेवा करने के साधन हैं।
यह भी कहा गया, "जैसा कि पाकिस्तान के लोगों ने पाकिस्तान के संविधान में अपना संयुक्त विश्वास दोहराया है, अब यह सभी राजनीतिक दलों पर निर्भर है कि वे राजनीतिक परिपक्वता और एकता के साथ इसका प्रतिउत्तर दें।।"