अबू धाबी में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद एक बयान के अनुसार, भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने नई दिल्ली के घरेलू भुगतान प्लेटफॉर्म यूपीआई को संयुक्त अरब अमीरात के एएएनआई से जोड़ने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
"इससे दोनों देशों को निर्बाध सीमा पार लेनदेन की सुविधा मिलेगी। यह माननीय प्रधानमंत्री की अबू धाबी यात्रा के दौरान पिछले साल जुलाई में हस्ताक्षरित इंटरलिंकिंग भुगतान और मैसेजिंग सिस्टम पर समझौता ज्ञापन का अनुसरण करता है," बयान में कहा गया है।
इसके अलावा, दोनों देश रुपे कार्ड और यूएई के घरेलू प्लेटफॉर्म जयवान को आपस में जोड़ने पर भी सहमत हुए हैं।
"यह वित्तीय क्षेत्र में सहयोग के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है, इससे पूरे संयुक्त अरब अमीरात में RuPay की सार्वभौमिक स्वीकृति बढ़ेगी," भारतीय बयान में कहा गया।
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात में जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में 'अहलान मोदी' कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
अहलान मोदी के संचार प्रमुख निशि सिंह ने भारतीय मीडिया को बताया, "खराब मौसम ने संयुक्त अरब अमीरात में भारतीयों के उत्साह को कम नहीं किया है। भारी बारिश के बावजूद, सोमवार को ढाई हजार से अधिक लोग स्वयंसेवक के रूप में सांस्कृतिक कार्यक्रम की फुल-ग्राउंड रिहर्सल और ब्रीफिंग के लिए आए।"
दरअसल लगभग 3.5 मिलियन का भारतीय प्रवासी समुदाय संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़ा जातीय समुदाय है, जो देश की आबादी का लगभग 35 प्रतिशत है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारत का सहयोग कई गुना बढ़ गया है।
2015 के बाद से मोदी की यह यूएई की सातवीं और पिछले आठ महीनों में तीसरी यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी 14 फरवरी को अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात के ऐतिहासिक स्वामीनारायण मंदिर का उद्घाटन करेंगे।