भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को जम्मू कश्मीर के दौरे के लिए श्रीनगर पहुंचे, वे वर्ष 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद पहली बार कश्मीर आए हैं। पीएम मोदी ने यहां कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए लगभग 5000 करोड़ के 'समग्र कृषि विकास कार्यक्रम' को देश को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि नए जम्मू-कश्मीर की आंखों में भविष्य की चमक है और सभी बाधाओं को दूर करने का दृढ़ संकल्प है।
''मैं यह सारी मेहनत आपका दिल जीतने के लिए कर रहा हूं और मुझे विश्वास है कि मैं सही रास्ते पर हूं। मैं आपका दिल जीतने के अपने प्रयास जारी रखूंगा। ये मोदी की गारंटी है और आप सब जानते हैं कि मोदी की गारंटी का मतलब है गारंटी के पूरा होने की गारंटी," जम्मू-कश्मीर के लोगों के स्नेह के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा।
पीएम मोदी ने पर्यटन और विकास और कृषि से संबंधित परियोजनाओं का भी उल्लेख किया।
"विकास की शक्ति, पर्यटन की क्षमता, किसानों की क्षमताएं और जम्मू-कश्मीर के युवाओं का नेतृत्व विकसित जम्मू कश्मीर का मार्ग प्रशस्त करेगा। [...] जम्मू कश्मीर सिर्फ एक जगह नहीं है, जम्मू कश्मीर भारत का मस्तक है। और ऊंचा सिर विकास और सम्मान का प्रतीक है। इसलिए, विकसित जम्मू और कश्मीर विकसित भारत की प्राथमिकता है," प्रधानमंत्री ने कहा।
प्रधानमंत्री ने आगे 'देखो अपना देश पीपल्स चॉइस 2024' के रूप में पर्यटन पर राष्ट्र की नब्ज पहचानने की पहली राष्ट्रव्यापी पहल शुरू की। राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण का उद्देश्य 5 पर्यटन श्रेणियों - आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और विरासत, प्रकृति और वन्य जीवन, साहसिक और अन्य श्रेणियों में सबसे पसंदीदा पर्यटक आकर्षणों की पहचान करने और पर्यटकों की धारणाओं को समझने के लिए नागरिकों के साथ जुड़ना है।
पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों को अतुल्य भारत के राजदूत बनने और भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करने के लिए 'चलो इंडिया ग्लोबल डायस्पोरा अभियान' भी आरंभ किया। यह अभियान प्रधानमंत्री के आह्वान के आधार पर आरंभ किया जा रहा है, जिसमें उन्होंने भारतीय प्रवासी सदस्यों से कम से कम 5 गैर-भारतीय मित्रों को भारत की यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया है।
पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों को अतुल्य भारत के राजदूत बनने और भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करने के लिए 'चलो इंडिया ग्लोबल डायस्पोरा अभियान' भी आरंभ किया। यह अभियान प्रधानमंत्री के आह्वान के आधार पर आरंभ किया जा रहा है, जिसमें उन्होंने भारतीय प्रवासी सदस्यों से कम से कम 5 गैर-भारतीय मित्रों को भारत की यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया है।