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यूक्रेन में सामरिक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की जरूरत कभी पैदा नहीं हुई: पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने Sputnik के पेरन्ट कंपनी रोसिया सेगोडन्या के महानिदेशक दिमित्री किसेलेव के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान के हिस्से के रूप में अभी तक सामरिक परमाणु हथियारों का उपयोग करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी।
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पुतिन ने कहा, "हमें सामूहिक विनाश के हथियारों का इस्तेमाल क्यों करना चाहिए? ऐसी आवश्यकता कभी नहीं रही।" जब पुतिन से पूछा गया कि क्या ऐसा कोई विचार उनके दिमाग में कभी आया था, तो उन्होंने जवाब दिया, "नहीं, इसकी क्या आवश्यकता है?"

पुतिन ने कहा, अगर रूसी राज्य के अस्तित्व को खतरा होता है तो रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए तैयार है। पुतिन ने यह भी कहा कि रूस की परमाणु तिकड़ी किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक उन्नत है।

पुतिन ने कहा, "सैन्य और तकनीकी दृष्टिकोण से हम निश्चित रूप से युद्ध के लिए तैयार हैं।"

रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन "राजनीति के पारंपरिक स्कूल" का हिस्सा हैं और अमेरिका के पास रूस-अमेरिका संबंधों और रणनीतिक निरोध में कई विशेषज्ञ हैं।
पुतिन ने कहा, "इसलिए मुझे नहीं लगता कि सब कुछ उसी दिशा में तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं।"
रूसी नेता ने यह भी कहा कि अमेरिका परमाणु ताकत विकसित कर रहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे कल परमाणु युद्ध छेड़ने के लिए तैयार हैं।

रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "वे अब अपनी उन्नति, नवीनता बढ़ाने के कार्य निर्धारित कर रहे हैं, उनके पास तदनुरूप योजना भी है। इसके बारे में हम भी जानते हैं और वे अपने सभी घटकों का विकास कर रहे हैं। और इसीलिए हम भी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे कल इस परमाणु युद्ध को छेड़ने के लिए तैयार हैं। ठीक है, अगर वे चाहते हैं... तो हम भी तैयार हैं।"

रूसी लोगों की एकता के आगे पश्चिमी देश 'शक्तिहीन'

पुतिन ने आगे कहा कि तथाकथित सामूहिक पश्चिम के देशों ने यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान और रूसी लोगों की एकता के सामने खुद को शक्तिहीन पाया है।
पुतिन ने कहा कि कुछ पश्चिमी अभिजात वर्ग रूस जैसे विशाल देश को अपने साथ नहीं रखना चाहते और इसे विभाजित करना चाहते हैं। यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत में पश्चिमी देश खुश थे और उन्हें विश्वास था कि वे प्रतिबंधों, हथियारों और यूक्रेनी राष्ट्रवादियों के जरिए रूस को खत्म करने में सक्षम होंगे।

पुतिन ने कहा, "यही वह जगह है जहाँ से युद्ध के मैदान में रूस को रणनीतिक हार देने का नारा आया था। हालांकि, बाद में उन्हें समझ आया कि यह संभव नहीं था, और उसके बाद उनको एहसास हुआ की यह असंभव ही था। और उन्हें उसी शक्तिहीनता का सामना करना पड़ा जिसका अनुभव उन को रुसी लोगी की एकजुटता ने कराया था।"

उन्हें रूसी लोगों की एकता, रूसी वित्तीय और आर्थिक प्रणाली की मूलभूत नींव और स्थिरता और रूसी संघ के सशस्त्र बलों की बढ़ती क्षमताओं के सामने शक्तिहीनता का सामना करना पड़ा।

रूस यूक्रेन पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन इच्छाधारी सोच के आधार पर चर्चा नहीं

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस यूक्रेन पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन यह यथार्थवादी आधार पर होनी चाहिए न कि इच्छाधारी सोच पर।

पुतिन ने कहा, "क्या हम बातचीत के लिए तैयार हैं? हां, हम तैयार हैं, लेकिन हम केवल बातचीत के लिए तैयार हैं, साइकोट्रोपिक दवाओं के उपयोग के बाद उत्पन्न हुई इच्छाओं को पूरा करने के लिए नहीं। बातचीत ज़मीनी हकीकत के आधार पर होगी।"

राष्ट्रपति पुतिन ने आगे संकेत दिया कि रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत कीव को खुद को फिर से संगठित करने की अनुमति देने के लिए एक अस्थायी विराम के रूप में नहीं होनी चाहिए, बल्कि रूस की सुरक्षा गारंटी सुनिश्चित करने के लिए एक गंभीर बातचीत होनी चाहिए।

पुतिन ने कहा, "हालांकि, हम एक गंभीर बातचीत के लिए तैयार हैं, और हम सभी संघर्षों और विशेष रूप से इस संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीकों से हल करना चाहते हैं। लेकिन हमें अपने लिए स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि यह कोई विराम नहीं है जिसे दुश्मन दुबारा हथियार इकट्ठा करने के लिए लेना चाहता है, बल्कि यह रूस के लिए सुरक्षा गारंटी के साथ एक गंभीर बातचीत है।"

पुतिन ने कहा कि रूस उन विभिन्न विकल्पों को जानता है जिन पर चर्चा की जा रही है और वह जानता है कि उन्हें लालच यह समझाने के लिए दिया जा रहा है कि बातचीत का समय आ गया है। पुतिन ने कहा, रूस यूक्रेन संकट को शांतिपूर्ण तरीकों से हल करना चाहता है।

रूस की पश्चिम को विभाजित करने की कोई योजना नहीं है, वे इसे स्वयं करेंगे

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस का पश्चिम को विभाजित करने का प्रयास करने का कोई इरादा नहीं है, वे इसे स्वयं करेंगे।
पुतिन ने कहा, "हम पश्चिम को विभाजित करने के किसी भी प्रयास में शामिल नहीं होने जा रहे हैं; वे स्वयं ऐसा करेंगे। लेकिन हम निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि हमारे हितों का सम्मान किया जाए।"
पुतिन ने पश्चिम के साथ "निष्पक्ष संधि" की संभावना पर टिप्पणी करते हुए यह भी कहा कि उन्हें किसी पर भरोसा नहीं है। रूस को लिखित गारंटी की जरूरत है।

रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "मैं यह कहना नहीं चाहता, लेकिन मुझे किसी पर भरोसा नहीं है। हमें गारंटी चाहिए, और गारंटी लिखित में होनी चाहिए, जो हमारे अनुरूप होगी, और वे कुछ ऐसी होनी चाहिए जिन पर हम विश्वास करें।"

पुतिन ने कहा कि फिलहाल इस संभावना पर चर्चा करना जल्दबाजी होगी। लेकिन हम निश्चित रूप से कुछ खोखले वादों में नहीं फंसेंगे। राष्ट्रपति ने विस्तार से बताया कि वे तथ्यों पर भरोसा करना पसंद करते हैं, न कि कुछ "अच्छे इरादों और बातों पर जिन पर कोई भी भरोसा कर सकता है"।
उन्होंने कहा, "हम कभी भी ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो हमारे देश के हितों के विपरीत हो।"
यूक्रेन में विदेशी सैनिकों की मौजूदगी से युद्ध के मैदान में कोई बदलाव नहीं आएगा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि विदेशी सैनिकों की संभावित उपस्थिति और यूक्रेन को अतिरिक्त पश्चिमी सुरक्षा सहायता की खेप युद्ध के मैदान पर संघर्ष की दिशा को आकार नहीं देगी।

पुतिन ने कहा, "बात यह है कि पश्चिमी सैन्यकर्मी कुछ समय से यूक्रेन में मौजूद हैं, वे तख्तापलट से पहले भी मौजूद थे... लेकिन अगर हम विदेशी देशों की आधिकारिक सैन्य दस्तों के बारे में बात कर रहे हैं, तो मुझे यकीन है कि इससे बदलाव नहीं आएगा। युद्ध के मैदान पर स्थिति सबसे महत्वपूर्ण है। और हथियारों की डिलीवरी की तरह कोई भी चीज़ इसे बदल नहीं सकती।"

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