सेना के सूत्रों ने Sputnik भारत को बताया कि एक कैप्टन सहित चार सैनिकों की बाद में मृत्यु हो गई। जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक जवान की भी इलाज़ के दौरान मृत्यु हो गई। अंतिम समाचार मिलने तक जंगलों में आतंकवादियों की तलाश जारी है और इलाक़े में अतिरिक्त सुरक्षा बल भेज दिए गए हैं।
उन्होंने कहा, "नियंत्रण रेखा के पास छोटी पहाड़ियां है जो धीरे-धीरे ऊपर उठती जाती हैं। डोडा के इलाक़े में ये पहाड़ 12 से 16 हज़ार फीट तक हैं जो बर्फीला और घने जंगलों का इलाक़ा है। यहां घुमक्कड़ पशुपालक गुज्जर-बकरवालों के अलावा बहुत कम आबादी है। आतंकवादियों के लिए यहां छिपना और निकलकर हमले करना आसान है।"
"लेकिन अब आतंकवादी कश्मीर के बजाय जम्मू को निशाना बना रहे हैं। साफ़ है कि कश्मीर में आतंकवादी सुरक्षा बलों का दबाव महसूस कर रहे हैं इसलिए जम्मू इलाक़े के पहाड़ों को ठिकाना बना रहे हैं," ब्रिगेडियर थापर ने कहा।