इसके परिणामस्वरूप, जून में रूस 28.6% हिस्सेदारी के साथ भारत को पेट्रोलियम उत्पादों का मुख्य आपूर्तिकर्ता बन गया।
इससे पूर्व, रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने कहा था कि 2023 में रूस से भारत को तेल की आपूर्ति 2 गुना बढ़कर लगभग 90 मिलियन टन हो गई जो भारत की कुल अवश्यक्तओं का 40% भाग है।
इससे पूर्व, रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने कहा था कि 2023 में रूस से भारत को तेल की आपूर्ति 2 गुना बढ़कर लगभग 90 मिलियन टन हो गई जो भारत की कुल अवश्यक्तओं का 40% भाग है।
नोवाक ने रूसी पत्रकार पावेल ज़रुबिन को बताया, "मैं इस पर बल देना चाहता हूँ कि आज ऊर्जा क्षेत्र में भारत हमारे प्रमुख साझेदारों में से एक है। उदाहरण के लिए, अगर हम तेल आपूर्ति की बात करें तो पिछले वर्ष यह लगभग 90 मिलियन टन थी, जो भारत की कुल अवश्यक्तओं का 40% हिस्सा है।"