नाटो के पूर्व सुप्रीम अलाइड कमांडर एडमिरल जेम्स स्टैवरिडिस ने सीएनएन को इंटरव्यू देते हुए कहा कि अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प यूक्रेन पर रूस के नए क्षेत्रों को मान्यता देने के लिए दबाव डालेंगे।
स्टैवरिडिस ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि वह (ट्रम्प) ऐसा करेंगे और मुझे लगता है कि वह दोनों पक्षों को बातचीत की मेज पर लाने के लिए दबाव डालेंगे। दुर्भाग्यपूर्ण, लेकिन असल में पुतिन के पास यूक्रेन का लगभग 20% हिस्सा होगा, जो कि वर्तमान में उनके पास है।"
स्टैवरिडिस के मुताबिक ट्रम्प के अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने से नाटो में कीव को वित्तीय सहायता देने के मामले पर तनाव उत्पन्न होगा, क्योंकि ट्रम्प स्वयं यूक्रेन को आर्थिक मदद प्रदान करने को लेकर संदेह में रहेंगे।
इससे पहले वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ट्रम्प की टीम ने यूक्रेन संघर्ष को रोकने और अग्रिम मोर्चे पर एक सुरक्षित क्षेत्र बनाने का सुझाव दिया था। इस योजना के तहत कीव के नाटो में अस्थायी रूप से शामिल न होने के वादे के बदले में नए हथियारों की आपूर्ति का प्रस्ताव रखा गया था। अख़बार ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उस सैनिक रहित क्षेत्र में सुरक्षा का जिम्मा किस पर होगा, लेकिन उनके एक सूत्र ने कहा कि यह अमेरिकी सेना या संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिक नहीं होंगे जो ऐसा करेंगे।