जयशंकर ने कहा "अमेरिकी नीतियाँ कभी-कभी डॉलर-आधारित व्यापार को जटिल बना देती हैं, जिससे व्यापार को बनाए रखने के लिए समाधान की आवश्यकता होती है।"
उन्होंने कहा, "उदाहरण के लिए, भारत पर 100% टैरिफ लगाने से अमेरिकी नागरिकों के लिए सामान बेहद महंगे हो जाएंगे क्योंकि वह अपनी जरूरतों का एक बड़ा हिस्सा आयात करता है। इस तरह के टैरिफ अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर असर डालेंगे और विकासशील तथा ब्रिक्स देशों को आर्थिक युद्ध की ओर ले जा सकते हैं। यह व्यावहारिकता से अधिक बयानबाजी लगती है। ऐसे उपायों को लागू करने से ब्रिक्स देशों के हितों के साथ-साथ अमेरिकी हितों को भी नुकसान पहुंचेगा।"
अंत में उन्होंने कहा, "नये अमेरिकी करों से अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे पर कम निर्भर हो जाएंगी और समय के साथ विश्व में अमेरिका का एकाधिकार कमज़ोर हो जाएगा। डॉलर का आधिपत्य और अमेरिकियों की शक्ति समय के साथ खत्म हो जाएगी, और फिर बड़े पैमाने पर एक बहुध्रुवीय दुनिया उभरेगी।"