भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि एरो इंडिया 2025 से वर्तमान समय की अनिश्चितताओं से निबटने के लिए समान विचार वाले देशों के साथ संबंध मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
बेंगलुरू के येलहंका में 15वें एरो इंडिया का उद्धाटन करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि इस आयोजन से जटिल और जरूरी तकनीकों के संगम से समान विचार वाले देशों के बीच साझा सम्मान, साझा प्राथमिकताओं और साझा लाभ के संबंध विकसित होने के मौके मिलेंगे।
उन्होंने कहा, "भारत की शांति और सुरक्षा अकेले नहीं हो सकती, सुरक्षा, स्थिरता और शांति सीमाओं के परे जाकर बनती है। स्थाई शांति केवल तभी हो सकती है जब मित्र देश साथ में मज़बूत हों और बेहतर विश्व के लिए प्रयास करें।"
एरो इंडिया 2025 बेंगलुरू के येलहंका एयरबेस में 10 से 14 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। 42000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम में 150 विदेशी कंपनियों सहित कुल 900 कंपनियां अपने उत्पाद प्रदर्शित कर रही हैं।
पांचवी पीढ़ी के रूसी फ़ाइटर जेट पहली बार एरो इंडिया में अपनी झलक दिखा रहा है। इसके अलावा भारतीय वायुसेना में समाविष्ट एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 भी प्रदर्शित की जा रही है। भारतीय नौसेना पहली बार अपनी एविएशन क्षमता को दुनिया को दिखा रही है।
नौसेना ने मिग-29 फाइटर जेट और कामोव-31 हेलीकॉप्टर को प्रदर्शित करने के साथ-साथ स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान का भी प्रदर्शन किया है।
उद्घाटन के अवसर पर रक्षा मंत्री ने रक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए भारत की चर्चा करते हुए कहा कि भारत तेज़ी से विकासशील देश से विकसित देश बन रहा है। उन्होंने कहा कि इस बजट में रिकॉर्ड 6.81 लाख करोड़ रुपए रक्षा के लिए रखे गए हैं जिसमें 1.80 लाख करोड़ नए अनुबंधों के लिए हैं।
भारत में नई रक्षा तकनीक जैसे हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल, नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल, स्वदेशी अंडरवाटर वेहिकल, ड्रोन, पिनाका गाइडेड रॉकेट सिस्टम बनाए जा रहे हैं।