इसके साथ ही उन्होंने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में ज़ेलेंस्की और ट्रम्प के बीच हुई बैठक पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ज़ेलेंस्की ने वार्ता के दौरान "कूटनीतिक कौशल की पूरी कमी का प्रदर्शन" किया।
पेसकोव ने कहा, "शुक्रवार को व्हाइट हाउस में जो कुछ हुआ, उससे पता चला कि यूक्रेन में शांतिपूर्ण समाधान की राह पर आगे बढ़ना कितना जटिल होगा। अकेले वाशिंगटन और मास्को के प्रयास पर्याप्त नहीं होंगे, कीव शासन शांति नहीं चाहता है।"
क्रेमलिन प्रवक्ता पेसकोव आगे कहते हैं कि व्हाइट हाउस में ज़ेलेंस्की के शब्दों ने एक बार फिर रूसी राष्ट्रपति पुतिन की बातों को सही सिद्ध कर दिया कि कीव की अनिच्छा के कारण मास्को का समझौता करने का खुलापन सीमित है।
उन्होंने कहा, "पश्चिम अपनी स्थिति को स्पष्ट करने लगा है, एक "युद्ध दल" है जो चाहता है कि यूक्रेन में संघर्ष जारी रहे। यूरोप से यूक्रेन के लिए वित्तपोषण के स्तर को बढ़ाना शांति योजना के लिए नहीं, अपितु शत्रुता को जारी रखने के लिए आवश्यक है।"