विश्व
खबरें ठंडे होने से पहले इन्हें पढ़िए, जानिए और इनका आनंद लीजिए। देश और विदेश की गरमा गरम तड़कती फड़कती खबरें Sputnik पर प्राप्त करें!

पाकिस्तान से तनाव के बीच जयशंकर ने पहली बार तालिबान के विदेश मंत्री से बात की

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को तालिबान* के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के साथ पहली बार बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अफ़गान तालिबान शासन द्वारा दोनों देशों के बीच "अविश्वास पैदा करने" के पाकिस्तान के प्रयासों को अस्वीकार करने का स्वागत किया।
Sputnik
जयशंकर और मुत्ताकी के बीच फोन पर बातचीत भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की पृष्ठभूमि में हुई है। इससे पहले जनवरी में दुबई में तालिबान के विदेश मंत्री और भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री के बीच बैठक हुई थी।
अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में पश्चिम समर्थित सरकार के हटने के बाद से यह भारत सरकार और तालिबान के बीच संपर्क का उच्चतम स्तर था।
जयशंकर ने एक्स पर लिखा, "कार्यवाहक अफ़गान विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी के साथ अच्छी बातचीत हुई। मैं पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए तहे दिल से आभारी हूं।"
इस हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। इसके परिणामस्वरूप, भारत ने पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया।

जयशंकर ने स्पष्ट रूप से पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, "झूठी और निराधार रिपोर्टों के माध्यम से भारत और अफ़गानिस्तान के बीच अविश्वास पैदा करने के हालिया प्रयासों को दृढ़ता से खारिज करने के लिए उनका स्वागत करता हूं।"

तालिबान के संचार निदेशक हाफ़िज़ ज़िया अहमद के अनुसार, बातचीत के दौरान मुत्ताकी ने जयशंकर से अफ़गान नागरिकों ख़ास तौर पर चिकित्सा सहायता चाहने वालों को और अधिक वीज़ा प्रदान करने का आग्रह किया। इस दौरान द्विपक्षीय व्यापार और ईरान में चाबहार बंदरगाह के विकास पर भी चर्चा हुई।
बता दें कि वर्तमान भूराजनीतिक तनाव के बीच भारत और अफ़गानिस्तान के बीच व्यापार के लिए एकमात्र विकल्प ईरान में चाबहार बंदरगाह के माध्यम से है।
*संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के अधीन
विश्व
पाकिस्तान के परमाणु हथियार IAEA की निगरानी में होने चाहिए: श्रीनगर से राजनाथ सिंह
विचार-विमर्श करें