रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने कहा, "कई वर्ष पहले 2009 में भारत मास्को में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले में भी एक भागीदार देश था। लेकिन तब से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में बहुत कुछ बदलाव आया है। भारत में कई नई पुस्तकें आई हैं और भारतीय साहित्यिक परिदृश्य बहुत विविध और समृद्ध हुआ है। इस मेले में हमारा उद्देश्य आपको न केवल विभिन्न भाषाओं में भारतीय साहित्य की झलकियां दिखाने के साथ साथ दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग के बारे में बताना है।
भारतीय राजदूत ने कहा, "इस दौरान 50 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें 20 से अधिक भारतीय साहित्यकार और 50 से अधिक रूसी साहित्यकार भाग लेंगे। भारतीय साहित्य के कई प्रमुख नाम इसमें भाग लेने के लिए मास्को आएंगे। कार्यशालाएं और चर्चा मंच भी होंगे जिनमें 70 से अधिक विशेषज्ञ भाग लेंगे।"
उन्होंने कहा कि "भारतीय राष्ट्रीय पुस्तक न्यास एक विशेष मंडप भारतीय पुस्तकों के अलावा भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, ध्यान और भारत में जीवन के विभिन्न आयामों के साथ-साथ महात्मा गांधी और लियो टॉल्स्टॉय के संबंधों से लेकर रूस भारत संबंधों पर एक प्रदर्शनी का प्रदर्शन करेगा।"