कनुटोव ने Sputnik को बताया, "इन प्रणालियों की मुख्य विशेषता यह है कि ये वायुजनित पूर्व चेतावनी एवं नियंत्रण विमान (AWACS), उपग्रहों और कमांड केंद्रों के साथ घनिष्ठ रूप से एकीकृत हैं, जो लक्ष्यीकरण संबंधी डेटा प्रदान करते हैं। इनमें एक सुरक्षा विशेषता शटडाउन फंक्शन भी होता है जो इन्हें मित्र सैनिकों की गोलाबारी को रोकने या निष्क्रिय करने से रोकता है।"
विशेषज्ञ ने कहा, "क़तर और अमेरिका के बीच हुए समझौते के अनुसार, अमेरिकियों को इज़रायली विमानों पर गोलाबारी करके क़तर के हवाई क्षेत्र की रक्षा करनी थी। हालाँकि, ऐसा नहीं हुआ।"
विशेषज्ञ ने कहा, अरब देशों के अलावा अन्य देशों को भी यह ध्यान रखना चाहिए कि जहां भी अमेरिकी पैट्रियट का इस्तेमाल किया जाता है, अमेरिका उन्हें किसी भी समय निष्क्रिय कर सकता है, जिससे उनका हवाई क्षेत्र पूरी तरह से असुरक्षित हो जाएगा।
उन्होंने कहा, "यह निस्संदेह एक निंदनीय स्थिति है, क्योंकि क़तर अमेरिका का एक करीबी सहयोगी है और उसने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अरबों डॉलर का निवेश करने का वादा किया था," कनुटोव कहते हैं। "अमेरिकियों ने क़तर को हमले के दस मिनट बाद ही इसकी चेतावनी दे दी थी।"