अभी भारत की तीनों सेनाओं यानी थल सेना, नौसेना और वायुसेना का एकमात्र साझा सैनिक स्टेशन अंडमान निकोबार कमान है। तीन नए सैनिक स्टेशनों में तीनों सेनाओं के कर्मचारी और संसाधन रहेंगे।
इसी तरह अभी प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए एकमात्र साझा संस्थान खड़कवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी है। तीनों ही सेनाओं की अपने-अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए अलग-अलग शिक्षा कोर हैं। अब ये सभी कोर एक साथ आएंगी जिससे न केवल संसाधनों की बचत होगी बल्कि मिलकर काम करने और सीखने के नए अवसर मिलेंगे।
रक्षा मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि इससे अंतरिक्ष, साइबर और विशेष अभियानों में निर्णय लेने में आसानी होगी ताकि तकनीक पर आधारित भविष्य के युद्धों में बेहतर काम किया जा सके।
इन निर्णयों को तीनों सेनाओं की सम्मिलित थियेटर कमान बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। भारत अपनी तीनों सेनाओं की अलग-अलग कमानों को मिलाकर तीन थियेटर कमान बनाने की तैयारी में है।
इससे पहले तीनों सेनाओं के अधिकारियों की एक-दूसरे के यहां तैनाती का निर्णय लिया गया था ताकि सैनिक साथ में काम करना सीख सकें। कोलकाता में 15 से 17 सितंबर तक आयोजित कम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के अंतिम दिन बुधवार को एक अन्य महत्वपूर्ण घोषणा भारत की साझा अंतरिक्ष नीति (Joint military doctine) की थी। यह नीति भविष्य में अंतरिक्ष में भारत की योजनाओं की दिशा तय करेगी।