https://hindi.sputniknews.in/20230102/donon-paksh-apanee-seemaon-par-shaanti-ke-ichchhuk-cheen-ke-nae-videsh-mantree-351593.html
दोनों पक्ष अपनी सीमाओं पर शांति के इच्छुक: चीन के नए विदेश मंत्री
दोनों पक्ष अपनी सीमाओं पर शांति के इच्छुक: चीन के नए विदेश मंत्री
Sputnik भारत
चीन के नए विदेश मंत्री किन गैंग ने एक लेख में संकेत दिया है कि बीजिंग नई दिल्ली के साथ संबंध सुधारना चाहता है।
2023-01-02T13:37+0530
2023-01-02T13:37+0530
2023-01-02T13:37+0530
विश्व
भारत का विदेश मंत्रालय (mea)
भारत
चीन
लद्दाख
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/01/02/352334_0:53:2952:1714_1920x0_80_0_0_ef5c9ee9eeb789475821703459a5e810.jpg
चीन के नए विदेश मंत्री किन गैंग ने अमेरिकी पत्रिका द नेशनल इंटरेस्ट के लिए एक लेख में संकेत दिया है कि चीन और भारत दोनों देश एक दूसरे के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत और चीन के जवानों के बीच काफी झड़पे सामने आई हैं चाहे वो लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पश्चिम में गैलवान घाटी और पैंगोंग झील पर हो, या अभी का ताजा वाकया हो जब दोनों सेनाओ के बीच भारत के पूर्व में स्थित तवांग क्षेत्र में हाथापाई हुई। पिछले कुछ वर्षों में भारत और चीन के जवानों के बीच काफी झड़पें सामने आई हैं चाहे वो लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पश्चिम में गैलवान घाटी और पैंगोंग झील पर हो, या अभी का ताजा वाकया जब दोनों सेनाओं के बीच भारत के पूर्व में स्थित तवांग क्षेत्र में हाथापाई हुई।हाल ही में, भारत और चीन ने तकरीबन दो हफ्ते पहले 20 दिसंबर को चीनी पक्ष के चुशूल-मोल्दो सीमा बैठक बिंदु पर कोर कमांडर स्तर की बैठक के 17वें दौर का आयोजन किया और पश्चिमी क्षेत्र पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की। एमईए के बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष निकट संपर्क में रहने और सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत बनाए रखने और जल्द से जल्द बचे हुए मुद्दों के परस्पर स्वीकार्य समाधान पर काम करने पर सहमत हुए।
भारत
चीन
लद्दाख
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/01/02/352334_0:0:2624:1968_1920x0_80_0_0_69bd07534187d144ba11ee2579b6c1b7.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
चीन नए विदेश मंत्री किन गैंग बीजिंग नई दिल्ली भारत
चीन नए विदेश मंत्री किन गैंग बीजिंग नई दिल्ली भारत
दोनों पक्ष अपनी सीमाओं पर शांति के इच्छुक: चीन के नए विदेश मंत्री
चीन और भारत की सेना की टुकड़ियों के बीच तवांग में हुई झड़प के बाद यह बयान सामने आया है।
चीन के नए विदेश मंत्री किन गैंग ने अमेरिकी पत्रिका द नेशनल इंटरेस्ट के लिए एक लेख में संकेत दिया है कि चीन और भारत दोनों देश एक दूसरे के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं।
"दोनों पक्ष स्थिति को कम करने और संयुक्त रूप से अपनी सीमाओं पर शांति की रक्षा करने के इच्छुक हैं," किन ने 'How china sees the world' (चीन कैसे विश्व को देखता है) शीर्षक वाले एक लेख में भारत-चीन सीमा मुद्दों के बारे में लिखा।
पिछले कुछ वर्षों में भारत और चीन के जवानों के बीच काफी झड़पे सामने आई हैं चाहे वो लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पश्चिम में गैलवान घाटी और पैंगोंग झील पर हो, या अभी का ताजा वाकया हो जब दोनों सेनाओ के बीच भारत के पूर्व में स्थित तवांग क्षेत्र में हाथापाई हुई।
पिछले कुछ वर्षों में भारत और चीन के जवानों के बीच काफी झड़पें सामने आई हैं चाहे वो
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पश्चिम में गैलवान घाटी और पैंगोंग झील पर हो, या अभी का ताजा वाकया जब दोनों सेनाओं के बीच भारत के पूर्व में स्थित तवांग क्षेत्र में हाथापाई हुई।
हाल ही में, भारत और चीन ने तकरीबन दो हफ्ते पहले 20 दिसंबर को चीनी पक्ष के चुशूल-मोल्दो सीमा बैठक बिंदु पर कोर कमांडर स्तर की बैठक के 17वें दौर का आयोजन किया और पश्चिमी क्षेत्र पर
सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
"अंतरिम रूप से, दोनों पक्ष पश्चिमी क्षेत्र में जमीन पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमत हुए," भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा।
एमईए के बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष निकट संपर्क में रहने और सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत बनाए रखने और जल्द से जल्द बचे हुए मुद्दों के परस्पर स्वीकार्य समाधान पर काम करने पर सहमत हुए।