https://hindi.sputniknews.in/20230106/pak-pm-ne-sahayta-ki-agli-kisht-par-gatirodh-todne-ke-liye-imf-pramukh-ke-sath-bat-ki--406718.html
पाक पीएम ने, सहायता की अगली किश्त पर गतिरोध तोड़ने के लिए IMF प्रमुख के साथ बात की
पाक पीएम ने, सहायता की अगली किश्त पर गतिरोध तोड़ने के लिए IMF प्रमुख के साथ बात की
Sputnik भारत
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वित्तीय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को सहायता के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से टेलीफोन पर बात की है।
2023-01-06T19:58+0530
2023-01-06T19:58+0530
2023-01-06T19:58+0530
विश्व
भारत
imf
पाकिस्तान
आर्थिक संकट
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/01/04/386195_0:0:3072:1728_1920x0_80_0_0_f90fbb8c8b1d940fb4898c8261a31f42.jpg
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वित्तीय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को सहायता की अगली किश्त जारी करने को लेकर जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के प्रमुख क्रिस्टलीना जॉर्जीएवा से टेलीफोन पर बात की है।शुक्रवार को जारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ पीड़ितों के लिए जिनेवा सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री और IMF प्रमुख के बीच आमने-सामने की बैठक से चार दिन पहले संपर्क किया गया था।संपर्क के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं है लेकिन सूत्रों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री ने IMF के प्रबंध निदेशक से नए कर लगाने की स्थिति की समीक्षा करने का आग्रह किया।पीएम ने वार्षिक परिपत्र ऋण प्रबंधन योजना से लगभग 500 अरब रुपये के विचलन की भरपाई के लिए बिजली की कीमतों में वृद्धि की मांग में छूट मांगी। दरअसल पाकिस्तान की ओर से भविष्य में किसी और विचलन के खिलाफ ऊर्जा की कीमतों में वृद्धि करने का संकल्प भी था। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि आईएमएफ के प्रबंध निदेशक ने कोई रियायत देने का वादा किया भी है या नहीं।बता दें कि साल 2022 में आईएमएफ ने रुके हुए छह अरब अमरीकी डॉलर के ऋण कार्यक्रम को बहाल किया, जिस पर साल 2019 में सहमति हुई थी, लेकिन पाकिस्तान द्वारा अपनी शर्तों को लागू करने में विफल रहने के कारण इसे रोक दिया गया था। \हालाँकि, आईएमएफ ने फिर से अधिक धन जारी करने से इनकार कर दिया क्योंकि पाकिस्तान नई प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं कर पाया ।
भारत
पाकिस्तान
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/01/04/386195_298:0:3029:2048_1920x0_80_0_0_526651fafd18f09a8874f6dc4915c401.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, पाकिस्तान का वित्तीय संकट
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, पाकिस्तान का वित्तीय संकट
पाक पीएम ने, सहायता की अगली किश्त पर गतिरोध तोड़ने के लिए IMF प्रमुख के साथ बात की
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्ता अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। देश में मुद्रास्फीति दर दिसंबर 2022 में बढ़कर 24 फीसदी पर पहुंच चुकी है। इसके अलावा देश पर कर्ज का मार भी लगातार दिन व दिन बढ़ता जा रहा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वित्तीय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को सहायता की अगली किश्त जारी करने को लेकर जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के प्रमुख क्रिस्टलीना जॉर्जीएवा से टेलीफोन पर बात की है।
शुक्रवार को जारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ पीड़ितों के लिए जिनेवा सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री और IMF प्रमुख के बीच आमने-सामने की बैठक से चार दिन पहले संपर्क किया गया था।
संपर्क के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं है लेकिन सूत्रों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री ने IMF के प्रबंध निदेशक से नए कर लगाने की स्थिति की समीक्षा करने का आग्रह किया।
"हालांकि, सरकार वाणिज्यिक बैंकों पर फ्लड लेवी और विंडफॉल इनकम टैक्स लगाने के लिए तैयार थी," सूत्रों ने बताया।
पीएम ने वार्षिक परिपत्र ऋण प्रबंधन योजना से लगभग 500 अरब रुपये के विचलन की भरपाई के लिए बिजली की कीमतों में वृद्धि की मांग में छूट मांगी। दरअसल पाकिस्तान की ओर से भविष्य में किसी और विचलन के खिलाफ ऊर्जा की कीमतों में वृद्धि करने का संकल्प भी था। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि आईएमएफ के प्रबंध निदेशक ने कोई रियायत देने का वादा किया भी है या नहीं।
बता दें कि साल 2022 में आईएमएफ ने रुके हुए छह अरब अमरीकी डॉलर के ऋण कार्यक्रम को बहाल किया, जिस पर साल 2019 में सहमति हुई थी, लेकिन पाकिस्तान द्वारा अपनी शर्तों को लागू करने में विफल रहने के कारण इसे रोक दिया गया था। \
हालाँकि, आईएमएफ ने फिर से अधिक धन जारी करने से इनकार कर दिया क्योंकि पाकिस्तान नई प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं कर पाया ।