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ऐसे पड़ोसी के साथ काम मुश्किल है जो सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा देता है: जयशंकर

© AP Photo / Arnulfo FrancoIndia's foreign minister Subrahmanyam Jaishankar speaks during a press conference, after a meeting with his Panamanian counterpart Janaina Tewaney at the Bolivar palace in Panama City, Monday, April 24, 2023.
India's foreign minister Subrahmanyam Jaishankar speaks during a press conference, after a meeting with his Panamanian counterpart Janaina Tewaney at the Bolivar palace in Panama City, Monday, April 24, 2023. - Sputnik भारत, 1920, 25.04.2023
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विदेश मंत्री जयशंकर पनामा के दो दिवसीय दौरे पर हैं। वह पनामा सिटी पहुंचे जहां पनामा के विदेश मामलों के उप मंत्री व्लादिमीर फ्रैंकोस ने उनकी अगवानी की।
भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने पाकिस्तान का नाम न लेते हुए कहा कि एक ऐसे पड़ोसी के साथ काम करना बहुत मुश्किल है जो भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने पनामा शहर में यह बयान उस वक्त दिया जब वह पनामा के विदेश मंत्री जनैना तेवाने मेंकोमो के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता कर रहे थे। इस पत्रकार वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य और व्यापार से संबंधित कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।

"इस मुद्दे पर लब्बोलुआब यह है कि हमारे लिए एक ऐसे पड़ोसी के साथ जुड़ना बहुत मुश्किल है जो हमारे खिलाफ सीमा पार आतंकवाद का अभ्यास करता है। हमने हमेशा कहा है कि उन्हें सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने, प्रायोजित करने और उसे अंजाम देने की प्रतिबद्धता नहीं निभानी चाहिए। हमें उम्मीद है कि एक दिन हम उस स्तर तक पहुंचेंगे," जयशंकर ने कहा।

जयशंकर का यह बयान उस वक्त आया है जब पाकिस्तान ने घोषणा की थी कि उसके विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए अगले महीने भारत आएंगे। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हराह बलोच ने एक साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में घोषणा की।

"बिलावल भुट्टो जरदारी 4-5 मई, 2023 को भारत के गोवा में आयोजित होने वाली एससीओ काउंसिल ऑफ फॉरेन मिनिस्टर्स (CFM) में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे," मुमताज ज़हराह बलोच ने मीडिया ब्रीफिंग में घोषणा की।

इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के बुलावे को पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने स्वीकार किया, हालांकि दोनों पक्षों की तरफ से अभी SCO की मीटिंग के दौरान किसी भी तरह की द्विपक्षीय वार्ता की कोई बात नहीं की गई है। जरदारी की भारत यात्रा 2011 में हिना रब्बानी खार के बाद किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री की पहली यात्रा होगी।
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