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वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की का सत्ता तक रास्ता

ठीक चार साल पहले यूक्रेनी अभिनेता और कॉमेडियन वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने देश के छठे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। ज़ेलेंस्की से व्यक्तिगत रूप से परिचित लोगों ने Sputnik को लोकप्रिय कॉमेडियन से खून और गंदी नकदी के नशे में बेईमान जोड़तोड़ करने वाले राजनेता के भयानक परिवर्तन के बारे में बताया।
शुरुआत में नए विंस्टन चर्चिल के रूप में जाने गए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की धीरे-धीरे "यूक्रेन के उद्धारकर्ता" के रूप में अपनी स्थिति खो रहे हैं।
पश्चिमी प्रेस अब उनके "आक्रामक स्वभाव" के बारे में लिखता है जो समाज के सामने उनकी "स्टोइकवाद वाले राजनेता" की पहचान के विपरीत है। इसके साथ प्रेस नागरिक बुनियादी ढांचे और रूसी नागरिकों पर उनकी सरकार द्वारा आयोजित करवाए यूक्रेनी आतंकवादी हमलों की आलोचना करता है।
वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की कौन हैं और वे सत्ता में कैसे आए?
पूर्ण जीत
ज़ेलेंस्की की सत्ता में वृद्धि आश्चर्यजनक थी: उन्हें राजनीति में शून्य अनुभव था, लेकिन 49 प्रतिशत अधिक लोगों ने 41 वर्षीय कॉमेडियन को उनके प्रतिद्वंद्वी, तत्कालीन राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको की तुलना में वोट दिया। 20 मई 2019 को, ज़ेलेंस्की का यूक्रेन के छठे राष्ट्रपति के रूप में पदस्थ किया गया।

अभिनेता और शोमैन मिखाइल ग्रुशेव्स्की ने Sputnik से कहा, "मैं इसे निराश मतदाताओं का सिंड्रोम कहूंगा, मुझे औपचारिक शब्दों के लिए क्षमा करें। यह पूर्ण निराशा और उदासी की भावना के कारण हुआ था। आपको 2004 की तथाकथित नारंगी क्रांति याद है? और यूश्चेंको के नारे? तमाशेंको वहां किस तरह की नायिका थीं? उसने अपने लिए मूर्तियों का आविष्कार किया और उन्हें खड़ा किया और फिर जल्दी से उन्हें गिरा दिया। इसी तरह पोरोशेंको उनके लिए 2014 के हीरो बन गए। एक बार फिर उन्होंने खुद को बेवकूफ बनाया। और मुझे ऐसा लगता है कि वे किसी भी धोखेबाज़ आदमी पर विश्वास करने के लिए तैयार थे।"

यूक्रेन भ्रष्टाचार, आंतरिक राजनीतिक संघर्ष और अति-राष्ट्रवादियों के व्यवहार से त्रस्त था, जिन्होंने पूर्वी और मध्य यूक्रेन में नागरिकों पर अत्याचार किया था। कीव के रसोफोबिक एजेंडे, रूस से आर्थिक संबंधों को तोड़ना, मिन्स्क समझौतों का पालन करने की अनिच्छा और डोनबास में लड़ाई जनता को थका दिया है।
 - Sputnik भारत, 1920, 09.05.2023
यूक्रेन संकट
मारियुपोल निवासियों ने बताया कि कीव नाज़ियों ने 2014 में विजय दिवस 9 मई को नरसंहार में कैसे बदला था

ग्रुशेव्स्की ने कहा, "[ज़ेलेंस्की] शांति के राष्ट्रपति के रूप में आए, एक ऐसे व्यक्ति के रूप में आए जिन्होंने डोनबास और पूरे यूक्रेन में शांति का वादा किया था। और मुझे राडा [यूक्रेनी संसद - Sputnik] में हम सभी को याद है जब उन्होंने इसके बजाय रूसी का इस्तेमाल किया, यूक्रेन के लोगों का कहना है कि [यूक्रेन के पूर्व में लोग] 'हमारे लोग हैं: हम उनसे बाकी यूक्रेनियन की तरह प्यार करते हैं। लेकिन यह सिर्फ धोखा है। और मुझे लगता है कि उन्होंने उस व्यक्ति को वोट दिया जिसने उनसे यह वादा किया था "

मास्को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ सिनेमैटोग्राफी के मीडिया संचार और ऑडियोविज़ुअल आर्ट्स के संकाय के डीन और "यूक्रेनी! हम रूसी हैं!" पुस्तक के लेखक यूरी कोट के अनुसार, लोग पहले ही चोरी करने वाले, झूठ बोलने वाले राजनेताओं से थक चुके थे।

कोट ने Sputnik से कहा, "यूक्रेनी लोग एक नया व्यक्ति चाहते थे। और उन्हें एक विदूषक दिया गया था। और वह विदूषक कोई साधारण आदमी नहीं था। वह लिटिल ज़ैचेस* निकला, जिसने एक ही उद्देश्य के लिए लोगों के भरोसे का इस्तेमाल किया: सत्ता में आया, अधिकतम प्रसिद्धि और बड़ी रकम प्राप्त की।

Ukrainian President Volodymyr Zelensky holds press conference on the first anniversary of his presidency, May 20, 2020. - Sputnik भारत
Ukrainian President Volodymyr Zelensky holds press conference on the first anniversary of his presidency, May 20, 2020.
छद्म वेश धरने में माहिर
ज़ेलेंस्की शोमैन, अभिनेता और कॉमेडियन के रूप में प्रसिद्ध बन गए थे, जिनकी सफलता का बड़ा हिस्सा रूस के कारण उनको मिला था और इतने बड़े देश में लोकप्रिय होने के कारण उनको आर्थिक लाभ भी मिला था।
1998 में "क्वार्टल 95" यानी ज़ेलेंस्की के नेतृत्व में क्रिवॉय रोग स्टेट यूनिवर्सिटी की कॉमेडी टीम ने केवीएन ("द क्लब ऑफ़ जॉली क्विक-विट्स") यानी रूसी टीवी कार्यक्रम में सफल रूप से पहली बर हिस्सा लिया था। इस टीवी कार्यक्रम में सोवियत संघ के पूर्व देशों के विश्वविद्यालयों के छात्रों की टीम्स मजकों की प्रतियोगियता में भाग लेते हैं। ज़ेलेंस्की की टीम 2003 तक केवीएन में हिस्सा लेती रही। बाद में उन्होंने यूक्रेनी और रूसी दर्शकों के लिए विभिन्न शो और फिल्में बनाईं, अभिनेता, पटकथा लेखक और फिल्म निर्देशक के रूप में काम किया, और वे काफी लोकप्रिय थे।

कोट ने याद करते हुए कहा, "हम एक दूसरे से समारोहों के संयुक्त आयोजन समेत अलग-अलग परिस्थितियों में मिले थे। इसके अलावा हम दोस्त थे। बेशक, हमारे आपसी दोस्त थे, हमने समय-समय पर एक साथ आराम किया था। (...) [ज़ेलेंस्की] एक ऐसे व्यक्ति थे जिनकी योजनाएं स्पष्ट नहीं थीं। जब वे कुछ कहते हैं तो इसका मतलब नहीं है कि वे ऐसा सोचते हैं। मुझे एक घटना की याद है जब मैं एक शो का होस्ट था और तब हमने 'यूक्रेन में सबसे लोकप्रिय शो' चुनने के लिए वोट दिया, और दर्शकों ने ठीक उसी शो के पक्ष में वोट दिया जिसमें मैं होस्ट था। और मुझे याद है कि उस पल मैंने उसकी नज़र को देखा: वह तेज, ठंडी नजर थी। ये आदमी स्पष्ट रूप से बहुत ईर्ष्यालु हैं, कोई भी ऐसा कह सकता है। फिर भी, उनके पास ईर्ष्या करने के लिए कोई कारण नहीं था, उसके पास हमेशा एक लोकप्रिय शो था, लेकिन वे ऐसे आदमी हैं, जो हमेशा सफलता चाहते हैं।"

"लोग ठीक से कहते हैं कि 'शांत कुत्ते और स्थिर जल से सावधान रहें", यूक्रेनी राजनेता और वेरखोव्ना राडा के पूर्व पीएम वोलोडिमिर ओलेयनीक ने कहा, जिन्होंने याद किया कि पहली बार ज़ेलेंस्की से मिलकर उनको वे आदमी अच्छे गैर-आक्रामक व्यक्ति लगे थे।
 - Sputnik भारत, 1920, 02.05.2023
Long Reads
पत्रकार: मुझे 2014 ओडेसा नरसंहार के बारे में सच बोलने के कारण यूक्रेन में जेल की सज़ा मिल सकती है
"ज़ेलेंस्की छद्म वेश में माहिर हैं। अब वे इस शैतानी चरित्र का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर कर रहे हैं और उनको विश्वास है कि पूरी दुनिया उनकी बात मान रही है। पोप और अन्य लोगों के साथ उनका बर्बर व्यवहार अभिनेता की [स्टारडम] बीमारी का संकेत है," उन्होंने बताया।
क्या ज़ेलेंस्की उस समय राजनीतिक करियर बनाने के बारे में सपना देखते थे? लगता है कि नहीं, ओलेयनीक ने कहा। उन्होंने कहा कि अगर ज़ेलेंस्की ने वास्तव में राजनीति में जाने की योजना बनाती थी, तो वे कभी यूक्रेन के बारे में मूर्खतापूर्ण और अपमानजनक मजाक न करते और वे अस्पष्ट वित्तीय योजनाओं में सम्मिलित नहीं होते। इसके अलावा, ज़ेलेंस्की तत्कालीन राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको के साथ बहस के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं थे। चर्कासी शहर के पूर्व मेयर के अनुसार, ज़ेलेंस्की उस देश के संविधान को नहीं जानते थे, जिस में उन्होंने सत्ता में आने का निश्चय किया था।
पूर्व मेयर ने Sputnik को बताया, "उन्होंने पीछे दरवाजे से राजनीति में प्रवेश किया। और जब कुछ लोग तुलना करते हुए कहते हैं 'देखो, [रोनाल्ड] रीगन अभिनेता भी थे', तो ये तुलना अनुचित है क्योंकि रीगन अमेरिकी लोगों के लिए महान अभिनेता थे। और वे गवर्नर भी थे। वे कॉंग्रेसमान थे, लोगों ने उनको देखा था। (...) और [ज़ेलेंस्की को] केवल मंच पर देखा गया, जहाँ उन्होंने मज़ाकउड़ाये, जहाँ उन्होंने यूक्रेन का मज़ाक उड़ाया, उसे यूरोपीय वेश्या कहा, और जहाँ उन्होंने राजकीय प्रतीकों का मज़ाक उड़ाये, जिसके कारण बहुत लोग उन्हें माफ कभी नहीं करेंगे। और फिर उन्होंने सीधे राष्ट्रपति पद सँभाला। वे न तो सांसद थे और न तो मेयर, और लोग उनके व्यवहार के आधार पर उन पर अपना रुख नहीं जता सकते थे। चुटकुलों के अलावा वे क्या कर सकते थे?"
अब भी वे यूक्रेन के राष्ट्रपति नहीं हैं, वे केवल भूमिका निभा रहे हैं, ओलेयनिक ने कहा। हालाँकि, जब पहले लोग उनके चुटकुलों पर हँसते थे, अब वे खूनी आँसू रो रहे हैं, यूक्रेनी राजनेता ने बताया।
Ihor Kolomoisky, appointed Head of the Dnepropetrovsk Region, at a meeting chaired by Verkhovna Rada Speaker Oleksandr Turchynov, appointed Acting President of Ukraine, in Kiev. - Sputnik भारत
Ihor Kolomoisky, appointed Head of the Dnepropetrovsk Region, at a meeting chaired by Verkhovna Rada Speaker Oleksandr Turchynov, appointed Acting President of Ukraine, in Kiev.
कठपुतली राष्ट्रपति?
जिन लोगों से Sputnik ने बात की, उनके के अनुसार, ज़ेलेंस्की कभी स्वतंत्र राजनेता नहीं थे। उनकी अध्यक्षता एक "परियोजना" थी जिसे शक्तिशाली खिलाड़ियों द्वारा वित्त पोषित और तैयार किया गया था।
"मेरे लिए यह कहना मुश्किल है कि ज़ेलेंस्की किसकी परियोजना है। मैंने CIA से लेकर ब्रिटिश MI6 तक विभिन्न विकल्पों को सुना था। यह पूरी तरह से संभव है कि वास्तव में वे दोनों हैं। (...) हर कोई समझता है कि उनके पीछे कोलोमोइस्की नामक आदमी खड़े थे," ग्रुशेव्स्कीय ने कहा।
"[कोलोमोइस्की] एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो वास्तव में, [ज़ेलेंस्की को] अपने चेले के रूप में राजनीति में लाये थे। और फिर बाकी सभी धीरे-धीरे आए, लेकिन सबसे पहले कोलोमिस्की थे," कोट ने कहा।
अब FBI वित्तीय अपराधों के कारण यूक्रेनी लखपति कोलोमिस्की से संबंधित जांच कर रहा है। वे कुख्यात नव-नाजी और अति-राष्ट्रवादी बटालियनों को वित्त पोषण देने और समर्थन करने के लिए भी कुख्यात हैं, जिनमें अज़ोव**, ऐडर, डोनबास, द्नेप्र 1 और द्नेप्र 2 शामिल हैं, जिन्होंने 2014 में पूर्वी यूक्रेन में रूसी भाषा बोलनेवालों को प्रताड़ित किया और मारियुपोल में "बिब्लियोटेका" ("पुस्तकालय") सहित गुप्त यातना स्थलों पर नियंत्रण किया।
कोलोमिस्की देश के सबसे बड़े मीडिया समूहों में से एक पर यानी "1+1" मीडिया समूह पर नियंत्रण करते थे। 2012 में उसने ज़ेलेंस्की के कॉमेडी शो "क्वार्टल 95" को प्रसारित करना शुरू किया। उनका सहयोग स्पष्ट रूप से लाभदायक निकला। संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग परियोजना (OCCRP) द्वारा अक्टूबर 2021 में जारी "पेंडोरा पेपर्स" रिलीज के अनुसार, ठीक उसी समय ज़ेलेंस्की और उनके सहयोगियों ने अपतटीय कंपनियों के जाल की स्थापना की।
(HINDI) With US Pulling the Strings, Zelensky Brings Death, Destruction & Hate to Ukraine - Sputnik भारत, 1920, 20.05.2023
यूक्रेन संकट
अमेरिकी नेतृत्व में ज़ेलेंस्की लाए हैं यूक्रेन में मौत, तबाही और नफरत
कोलोमिस्की के 1+1 द्वारा बनाई "सर्वेंट ऑफ़ द पीपल" टीवी श्रृंखला ही ज़ेलेंस्की के राजनीतिक करियर के लिए महत्त्वपूर्ण बन गया था। यह श्रृंखला ज़ेलेंस्की द्वारा बनाई गई थी, जिन्होंने कीव के एक स्कूल के इतिहास के शिक्षक वसीली गोलोबोरोडको की भूमिका निभाई थी, जो अचानक यूक्रेन के राष्ट्रपति बन गए थे और भ्रष्टाचार से लड़ने के मिशन को शुरू किया था। यह कहानी यूक्रेनी लोगों के बीच जल्दी से लोकप्रिय हो गई।
जब 31 दिसंबर 2018 को ज़ेलेंस्की ने राष्ट्रपति बनने के अपने इरादे की घोषणा की थी, तो इसे अजीब नहीं माना गया था। कुछ यूक्रेनी लोगों का मानना था कि वे आम आदमियों के अधिकारों के लिए लड़ेंगे, और दूसरे यूक्रेनी लोग पोरोशेंको को छोड़कर अन्य किसी भी आदमी को वोट देने के लिए तैयार थे, Sputnik से बात करनेवालों ने कहा।
Comedian Volodymyr Zelenskiy - Sputnik भारत
Comedian Volodymyr Zelenskiy remains the front-runner in the Ukrainian presidential race, according to fresh polls.
ओलेयनीक के अनुसार, कोलोमिस्की की टीम ने शुरू में ज़ेलेंस्की को राष्ट्रपति पद संभालने के लिए उकसाने की योजना नहीं बनाई थी। पूर्व-मेयर ने लखपति के वकील अन्द्रेय बोडगान के हवाले से कहा कि वे नव स्थापित दल “सर्वेंट ऑफ़ द पीपुल” का उपयोग करते हुए यूक्रेनी संसद में जाना चाहते थे। हालाँकि, यह समझकर कि जनता ज़ेलेंस्की का समर्थन करती थी, उन्होंने बड़ा खेल खेलने का निश्चय किया। उस समय तक यूक्रेनी लखपति पर देश के सबसे बड़े ऋणदाता प्रिविटबैंक से 5 अरब डॉलर से अधिक राशि की चोरी करने का आरोप लगाया गया था। बाद में मार्च 2021 में, बाइडन प्रशासन ने उन और उनके परिवार पर प्रतिबंध लगाया। अपने पूर्व संरक्षक को बचाने के बजाय, ज़ेलेंस्की जल्द ही उनसे हट गए और जुलाई 2022 में कथित तौर पर कोलोमिस्की की यूक्रेनी नागरिकता को रद्द किया।

"कोलोमिस्की ने किस चीज पर भरोसा किया? उन्होंने उस पर भरोसा किया कि ज़ेलेंस्की के माध्यम से वे अपने [अमेरिकी] प्रतिबंधों की समस्या को हल करेगा और अमेरिका में अपने आपराधिक मामले को बंद कर देगा। वे यह नहीं समझते हैं कि [अमेरिका में] व्यवस्था अलग तरीके से बनाई गई थी," ओलेयनीक ने कहा।

ज़ेलेंस्की शांति के राष्ट्रपति क्यों नहीं बने?
हालांकि ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन के पूर्व में युद्ध को समाप्त करने, मिन्स्क समझौतों का पालन करने और देश में कानून व्यवस्था बहाल करने का वादा किया था, उन्होंने कभी अपने वादों को पूरा नहीं किया।
"यह एक खेल था। [पूर्व जर्मन चांसलर एंजेला] मर्केल ने कहा, 'मुझे मालूम था कि हम यह [मिन्स्क समझौतों को] नहीं करेंगे।‘ पोरोशेंको ने कहा: 'हमने हस्ताक्षर किए, लेकिन हम जानते थे कि हम इसका पालन नहीं करेंगे।' उन्होंने ज़ेलेंस्की से कहा: 'इसे रोको। पुतिन से मिलने से इनकार करो।' उन्हें पुतिन से मिलना से क्यों मना था? क्या आप मिल सकते थे? वे मिल सकते थे। उन्हें चुप रहने, हथियार की तैयारी करने और तैयार रहने का आदेश दिया गया," ओलेयनीक ने कहा।
Fighters of the Azov paramilitary battalion, a pro-Ukrainian volunteer armed group, take part in combat drills near the southern Ukrainian city of Mariupol on February 6, 2015 - Sputnik भारत
Fighters of the Azov paramilitary battalion, a pro-Ukrainian volunteer armed group, take part in combat drills near the southern Ukrainian city of Mariupol on February 6, 2015
यूक्रेनी राजनेता के अनुसार, ज़ेलेंस्की एक बड़े भू-राजनीतिक खेल का हिस्सा बन गये, जो लगभग तीन दशकों पहले शुरू हुआ था।
सोवियत संघ के पतन के बाद औपनिवेशिक मानसिकता वाले पश्चिमी समाज के ठेकेदारों ने रूस और उसके सहयोगियों को कमजोर करने और उनके विशाल संसाधनों को लेने की योजना बनाई थी। सोवियत संघ के पतन के बाद, रूस और यूक्रेन अभी भी मजबूत और आपस में जुड़े रहे। ओलेयनीक ने कहा कि उन्हें कमजोर करने का एकमात्र तरीका एक भाई राष्ट्र को दूसरे के खिलाफ खड़ा करना था।
"जब 2004 में [विक्तर] यूश्चेंको दिखाई दिए थे, वे पश्चिमी समर्थक थे, लेकिन वे इस समस्या को हल करने में सक्षम नहीं थे। क्यों? साम्यवादी दल, समाजवादी दल और थे पार्टी ऑफ रीजन्स दक्षिणपूर्व [यूक्रेन] के मतदाताओं का काफी मजबूत राजनीतिक प्रतिनिधित्व करते थे।"
इन लोकप्रिय दलों ने पश्चिमी समर्थक कठपुतली सरकार को रूस से संबंध तोड़ने और नाटो में शामिल होने नहीं दी। 2010 में चुनाव के अंत में युश्चेन्को को हार मिली और विक्टर यानुकोविच को जीत मिली, जिन्होंने पूर्वी और मध्य यूक्रेन का समर्थन हासिल किया था। उस समय पश्चिम समझ गया कि वह लोकतंत्र की स्थिति में अपनी परियोजना को अमल में नहीं ला सकता और फरवरी 2014 में कीव में तख्तापलट का आयोजन किया, ओलेयनीक ने बताया।
उसके बाद कीव में नई सरकार ने अर्धसैनिक नव-नाजी समूहों और अति-राष्ट्रवादियों का उपयोग करते हुए असंतुष्ट राजनेताओं, पत्रकारों और आम नागरिकों को प्रतारित करना शुरू किया। ओडेसा में भयानक नरसंहार पश्चिम द्वारा नियंत्रित अर्ध-राष्ट्रवादी राज्य में यूक्रेन के परिवर्तन का पहला चरण बन गया।
"[कीव शासन ने] जुलाई 2014 में लड़ाकू विमान की मदद से लुगांस्क की बमबारी क्यों की? जुलाई में, [डोनबास में] किसी ने हथियार नहीं उठाए। [कीव ने] वहां बख्तरबंद वाहनों को क्यों भेजा, जब लोगों ने उन्हें अपने हाथों से रोका, और महिलाएं आइकन लेकर खड़ी थीं। किस वजह से? खून बहाने के लिए। अमेरिका को मालूम था कि अगर डोनबास में खून बहाया जाएगा, तो रूस चुप नहीं रहेगा," ओलेयनीक ने कहा।
यूक्रेन के पूर्व सांसद के अनुसार, यह रूस और यूक्रेन के बीच विवाद शुरू करने और बाद में उन दोनों को कमजोर करने के लिए किया गया।
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इस स्थिति में ज़ेलेंस्की के पास पश्चिमी-चालित युद्ध मशीन को रोकने की कोशिश करने या उसका चेला बनने के दो विकल्प थे। Sputnik से बात करने वालों ने कहा कि उन्होंने दूसरे को चुना, अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ राजनीतिक उत्पीड़न और आतंक का उपयोग करना जारी रखा और पोरोशेंको और उनके नव-नाजी ठगों की तुलना में बहुत अधिक खून बहाया।
ग्रुशेव्स्की ने कहा, "मुझे लगता है कि उनको डर लगा। वे वास्तव में समझते थे कि वे राष्ट्रवादी ताकतें अपनी योजनाओं का पालन करने के अलावा उन्हें किसी अन्य राजनीति का पालन करने नहीं देंगी, जो 'बंदरवाद' की पुरानी अवधारणा के अनुसार रहती हैं [वह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी जर्मनी के सहयोगी और यूक्रेनी राष्ट्रवादी स्टीफन बांदेरा के कारण इस तरह नामित है – Sputnik]। मुझे लगता है कि यह डर था, अपने भविष्य, अपने जीवन से संबंधित डर था, जिसके कारण शांतिपूर्ण नारों के साथ सत्ता में आया राष्ट्रपति वास्तव में कठपुतली में बदल गया।"
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"उनके पास दो विकल्प थे: या तो वे अपने वादों को पूरा करेंगे, जो मुश्किल होगा और बहुत संभव होगा कि बदनामी, लूट और हत्या होंगी, या तो वे निश्चित सुरक्षा की गारंटी प्राप्त करने, अरबपति बनने, विश्व प्रसिद्धि प्राप्त करने, पीड़ित आदमी के रूप में सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दिखाई देने, यूक्रेन के क्षेत्र में असीमित शक्ति प्राप्त करने का बहुत लाभदायक विकल्प चुनेंगे, जब ज़ेलेंस्की के आदेश पर लोगों को मारा जा सकेगा। लेकिन उन्होंने दूसरे विकल्प को चुना, उसने इस प्रलोभन का विरोध नहीं किया," कोट ने कहा।
"उन्हें उस व्यवस्था के अनुसार रहने के लिए बड़ी राशि की पेशकश की गई जो उनसे पहले मौजूद थी: रसोफोबिया की व्यवस्था, मानव द्रोह की व्यवस्था, शैतानवाद की व्यवस्था। वे उसमें शामिल हो गए। उन्होंने अपनी आत्मा को चांदी के 30 टुकड़ों की कीमत पर बेच दिया। कुछ लोगों के लिए चांदी के 30 टुकड़े पैसे हैं, कुछ लोगों के लिए ये प्रसिद्धि हैं, कुछ लोगों के लिए ये शक्ति हैं। ज़ेलेंस्की को ये तीनों चीजें मिलीं। विकल्प चुनने की स्थिति में उन्होंने कले पक्ष को चुना,” उन्होंने कहा।
इसके साथ, पश्चिमी खुफिया एजेंसियों के पास ज़ेलेंस्की पर नियंत्रण करने के लिए पर्याप्त कॉम्परोमट है, ओलेयनीक ने कहा। पुलित्जर पुरस्कार विजेता और पत्रकार सेमूर हर्ष ने 12 अप्रैल के आपने सबस्टैक लेख में टिप्पणी की कि CIA यूक्रेनी राष्ट्रपति के दुष्कर्मों और लालच के बारे में जनता है, "सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के विश्लेषकों के अनुमान के अनुसार पिछले साल कम से कम 400 मिलियन डॉलर कि राशि को गबन किया गया था।"
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गद्दार
ग्रुशेव्स्की ने कहा, "चूंकि उनकी नशीली दवाओं की आदत स्पष्ट है, मुझे ऐसा लगता है कि निर्भर व्यक्ति होने के नाते वे उस तथ्य से बहुत बड़ी खुशी की भावना महसूस करते हैं कि वे विश्व स्टार हैं। एक रॉक ओपेरा 'जीसस क्राइस्ट सुपरस्टार' था। और अब ज़ेलेंस्की के लिए विश्व ट्राइअम्फ का क्षण है। वे दुनिया के देशों का दौरा कर रहे हैं, सैन्य सहायता, ऋण और धन की नियमित आपूर्ति की मांग कर रहे हैं। और उनका जुनून विश्व मंचों पर भाषण देना है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह क्या होगा: विश्व कप, यूरोविजन, ऑस्कर, कान फिल्म महोत्सव, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उनको अवसर देने पर वे किसी भी छोटे शहर के मंच पर भाषण देने के लिए तैयार होंगे। वे अपने आप के लिए विश्व सुपरस्टार बन गए। यानी यह महत्वाकांक्षाएं हैं, यह ऐसा घमंड है, जिसको चालाकी से बढ़ावा दिया जा रहा है। और निश्चित रूप से अब वे विश्व की अपनी बहुत बड़ी प्रसिद्धि से यूफोरिया जैसी भवन महसूस करते हैं।
कोट के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने अरबपति बनने के अपने सपने को पूरा किया है, "अब ज़ेलेंस्की इस पद पर उस समय तक रहने की कोशिश कर रहे हैं, जिस समय तक यह संभव होगा, और वे उसके लिए सब कुछ कर रहे हैं कि बाद में उनके पास पैसे लेकर भागने का समय हो बस।" हालांकि, Sputnik से बात करनेवालों के अनुसार, यह संभव नहीं है कि वे भागने और सजा से बचने में सक्षम होंगे।
2014 Odessa tradegy - Sputnik भारत, 1920, 02.05.2023
यूक्रेन संकट
2 मई 2014 को ओडेसा में दुखांत घटना का इतिहास
कोट ने कहा, "वे वास्तव में छोटे लड़का हैं और डिब्बे में सबसे तेज उपकरण नहीं हैं। उनकी ज्ञान की स्थिर प्रणाली नहीं है। वे वास्तव में अनपढ़ हैं, बिल्कुल अनपढ़ हैं। उनका धार्मिक आधार नहीं है। उन्होंने बहुत बर कहा था कि वे वास्तव में अज्ञेयवादी या नास्तिक हैं। (...) उनकी आत्मा में कोई भगवान नहीं है, उनका कोई ज्ञान नहीं है। इसके अलावा, वे पापों से भरे व्यक्ति हैं। देखो, उनकी नशीले पदार्थों की आदत है, वे कोकीन सूंघते हैं। वे एक ही समय में महिलाओं और पुरुषों से प्रेम करते हैं। उनकी पैसे और शराब की गंभीर आदत है। बहुत सारे पाप हैं जिनको उन्होंने केवल आनंद के लिए अपने जीवन में सामने आने दिया था। जरूर ऐसा व्यक्ति पलक झपकते ही आसानी से सुअर में बदल सकता है। वास्तव में यही हुआ है।"

ओलेयनीक ने कहा, "मुझे उम्मीद नहीं है कि भविष्य में वे कोई अच्छा कार्य करेंगे, क्योंकि वे इससे पहले इतने बुरे कार्यों को कर चुके थे कि लौटने का कोई रास्ता नहीं है। केवल फासीवादी [यूक्रेन में] 9 मई के विजय दिवस को रद्द कर सकता है, न केवल गद्दार, बल्कि फासीवादी। हां, उन्होंने अपने दादा को भी धोखा दिया। हम [उनके दादा] सेमेन ज़ेलेंस्की का सम्मान करते हैं, जिन्हें [द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान] दो बार ऑर्डर ऑफ द रेड स्टार से सम्मानित किया गया था। और ज़ेलेंस्की ने उसे धोखा दिया। वे ऑर्थडाक्सी को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। यह कुछ ऐसा है जो करने की हिम्मत कुछ ही लोग करेंगे। वे इसे नष्ट नहीं करेंगे, यह असंभव है। यानी उनके पास लौटने का कोई रास्ता नहीं है। उनका भाग्य बहुत भयानक होगा क्योंकि वे लोगों को बहुत दुःख लाए हैं और वे उनको क्षमा नहीं करेंगे।

*लिटल जाचेस ई.टी.ए. हॉफ़मैन के 1819 के व्यंग्य परी कथा उपन्यास "लिटल जाचेस, निकनेम सिनेबर" का मुख्य हीरो है। जाचेस को परी रोसाबेलवर्डे द्वारा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने और अन्य लोगों की खूबियों को लेने की जादुई शक्ति उपहार के रूप में दी गई थी, जिसके कारण वह अंततः स्वार्थी और दुष्ट बन गया।
**आज़ोव बटालियन रूस में प्रतिबंधित चरमपंथी संगठन है।
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