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भारतीय सेना ने हिंसा प्रभावित मणिपुर में बफर जोन में तकनीकी अभियान किया तेज
भारतीय सेना ने हिंसा प्रभावित मणिपुर में बफर जोन में तकनीकी अभियान किया तेज
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हिंसा प्रभावित मणिपुर के बफर जोन में भारतीय सेना ने तकनीक-संचालित अभियानों का उपयोग तेज कर दिया है।
2023-07-14T17:06+0530
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हिंसा प्रभावित मणिपुर के बफर जोन में भारतीय सेना ने तकनीक-संचालित अभियानों का उपयोग तेज कर दिया है। पिछले दो महीनों से सेना संवेदनशील इलाकों के बफर जोन में निगरानी के लिए मानव रहित हवाई वाहन (UAV) का इस्तेमाल कर रही है, सेना के सूत्रों के हवाले से भारतीय मीडिया ने रिपोर्ट किया।अभियानों में सम्मिलित वरिष्ठ सेना अधिकारी के हवाले से भारतीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार "भारत-म्यांमार सीमा पर निगरानी जिससे शिविरों में रह रहे उग्रवादियों की गतिविधियों का पता लगाया जा सके और सुरक्षा बलों को मार्गदर्शन देकर हिंसा को रोकने में प्रौद्योगिकी का प्रमुख उपयोग देखा गया है।''बता दें कि मणिपुर में 3 मई से दो समुदायों मैतै और कुकी के बीच जातीय हिंसक झड़पें देखी जा रही हैं, जिसमें अब तक लगभग 150 लोगों की मौत हो गई है, 300 से अधिक घायल हुए हैं और 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
https://hindi.sputniknews.in/20230627/manipur-men-hinsa-ke-liye-myanmar-ke-raste-taskari-kar-laye-gaye-hathiyar-report-2697158.html
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मणिपुर में हिंसा, तकनीक-संचालित अभियान, मानव रहित हवाई वाहन का इस्तेमाल, बफर जोन में निगरानी, भारत-म्यांमार सीमा पर निगरानी, मैतेई और कुकी के बीच जातीय हिंसा, सुरक्षा एजेंसियों के पास रिपोर्ट, भारतीय सेना का तकनीकी अभियान
मणिपुर में हिंसा, तकनीक-संचालित अभियान, मानव रहित हवाई वाहन का इस्तेमाल, बफर जोन में निगरानी, भारत-म्यांमार सीमा पर निगरानी, मैतेई और कुकी के बीच जातीय हिंसा, सुरक्षा एजेंसियों के पास रिपोर्ट, भारतीय सेना का तकनीकी अभियान
भारतीय सेना ने हिंसा प्रभावित मणिपुर में बफर जोन में तकनीकी अभियान किया तेज
तकनीक-आधारित अभियानों में तेजी ऐसे समय में आई है जब सुरक्षा एजेंसियों के पास ऐसी रिपोर्टें हैं कि एक-दूसरे की स्थिति जानने के लिए युद्धरत मैतै और कुकी समुदायों द्वारा ड्रोन का उपयोग किया गया है।
हिंसा प्रभावित मणिपुर के बफर जोन में भारतीय सेना ने तकनीक-संचालित अभियानों का उपयोग तेज कर दिया है। पिछले दो महीनों से सेना संवेदनशील इलाकों के बफर जोन में निगरानी के लिए मानव रहित हवाई वाहन (UAV) का इस्तेमाल कर रही है, सेना के सूत्रों के हवाले से भारतीय मीडिया ने रिपोर्ट किया।
"यूएवी और हाई-रेंज क्वाडकॉप्टर सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी मदद रहे हैं, जो युद्धरत कुकी और मैतै समुदायों को दूर रखने के लिए पहाड़ियों और घाटी क्षेत्रों के बीच बफर जोन स्थापित करने में व्यस्त हैं," सूत्रों के हवाले से भारतीय मीडिया ने बताया।
अभियानों में सम्मिलित वरिष्ठ सेना अधिकारी के हवाले से भारतीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार "भारत-म्यांमार सीमा पर निगरानी जिससे शिविरों में रह रहे उग्रवादियों की गतिविधियों का पता लगाया जा सके और सुरक्षा बलों को मार्गदर्शन देकर हिंसा को रोकने में प्रौद्योगिकी का प्रमुख उपयोग देखा गया है।''
बता दें कि मणिपुर में 3 मई से दो समुदायों मैतै और कुकी के बीच जातीय हिंसक झड़पें देखी जा रही हैं, जिसमें अब तक लगभग 150 लोगों की मौत हो गई है, 300 से अधिक घायल हुए हैं और 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।