लद्दाख स्टैन्डॉर्फ
भारत और चीन की सेनाओं के बीच 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बड़ी झड़पें हुईं। तभी से, दोनों पड़ोसियों के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।

पीएम मोदी और शी जिनपिंग लद्दाख में तनाव घटाने पर सहमत

CC BY-SA 2.0 / Narendra Modi / PM Modi with Chinese President Xi JinpingPM Modi with Chinese President Xi Jinping
PM Modi with Chinese President Xi Jinping - Sputnik भारत, 1920, 25.08.2023
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दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के उपलक्ष पर मिले दोनों नेता वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों की शीघ्र वापसी के लिए अपने-अपने देशों के संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने पर सहमत हुए हैं।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर "तनाव कम करने" के लिए काम करने पर सहमत हुए, जहां पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में जून 2020 में हिंसक झड़प के बाद से तनाव अधिक है।
भारतीय विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने शुक्रवार को कहा कि "यह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के उपलक्ष पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत थी। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत में, प्रधानमंत्री ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और भारत-चीन सीमा के साथ अन्य क्षेत्रों पर अनसुलझे मुद्दों पर भारत की चिंताओं पर प्रकाश डाला।"

"पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एलएसी का सम्मान करना भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक है," क्वात्रा ने कहा।

बता दें कि भारत-चीन कोर कमांडर-स्तरीय बैठक का 19वां दौर 13 और 14 अगस्त को भारतीय सीमा पर चुशुल-मोल्डो सीमा बैठक बिंदु पर आयोजित किया गया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि दोनों पक्षों ने पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शेष मुद्दों के समाधान पर सकारात्मक, रचनात्मक और गहन चर्चा की।
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