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यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइल पोडोल्याक ने की भारत पर अपमानजनक टिप्पणी

© AP Photo / Pavel GolovkinVolodymyr Zelensky leaves the stage after addressing a media conference at a NATO summit in Vilnius
Volodymyr Zelensky leaves the stage after addressing a media conference at a NATO summit in Vilnius - Sputnik भारत, 1920, 12.09.2023
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यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के सलाहकार मायखाइल पोडोल्याक ने एक साक्षात्कार के दौरान भारत पर अपमानजनक टिप्पणी की है और भारतीयों की बौद्धिक क्षमता का मजाक उड़ाया है।
"भारत, चीन वगैरह की क्या समस्या है? समस्या यह है कि वे अपने कदमों के परिणामों का विश्लेषण नहीं करते हैं। दुर्भाग्य से इन देशों की बौद्धिक क्षमता कम है," यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइल पोडोल्याक ने कहा।

"हां, भारत ने एक चंद्र रोवर लॉन्च किया है और चंद्रमा की सतह पर ट्रैकिंग कर रहा है, लेकिन इससे यह संकेत नहीं मिलता है कि यह देश पूरी तरह से समझता है कि आधुनिक दुनिया क्या है," पोडोल्याक ने अपमानजनक टिप्पणी की।

बता दें कि पिछले महीने यूक्रेनी गायिका उमा शांति पर भारत के महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर के एक लोकप्रिय क्लब में प्रदर्शन के दौरान भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का मामला दर्ज किया गया था।
दरअसल एक वायरल वीडियो में यूक्रेनी बैंड "शांति पीपल" की प्रमुख गायिका को अपने दोनों हाथों में भारतीय तिरंगे को पकड़कर मंच पर नृत्य करते देखा जा सकता था। कुछ मिनट बाद उसने दर्शकों की तरफ झंडे फेंक दिए। उसके कृत्य को भारत के राष्ट्रीय ध्वज के प्रति अपमानजनक माना गया, जिसके बाद उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई और मुंडवा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।
इससे पहले यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक हैंडल ने हिंदू देवी काली को चित्रित करने वाली एक अत्यधिक अपमानजनक और घृणित सामग्री पोस्ट की थी जिसके बाद भारत में यूक्रेन के खिलाफ बढ़ते रोष के मद्देनजर ट्वीट डिलीट कर दिया था।
गौरतलब है कि फरवरी 2022 में विशेष सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से यूक्रेन से वापस आए भारतीय छात्रों का कहना है कि उन्हें यूकेन में उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था और अपमानित किया गया था। भारतीय छात्रा ने कहा कि पोलिश सीमा पर यूक्रेनी सैनिकों द्वारा उसे और अन्य छात्रों को धमकाया गया था और "कठपुतली" की तरह व्यवहार किया गया था। वहीं एक छात्र ने कहा था कि "हम कड़कड़ाती ठंड में सीमा तक पैदल चले थे लेकिन यूक्रेनी सैनिकों ने हमें सीमा पार करने की अनुमति नहीं दी थी। यूक्रेनी सैनिक कठपुतली की तरह हमारा इस्तेमाल कर रहे थे, कभी हमें खड़े होने के लिए कहते थे, कभी बैठने के लिए।"
Work of art - Sputnik भारत, 1920, 30.04.2023
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यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने हिंदू देवी के अपमानजनक चित्रण पर हंगामा खड़ा कर दिया है
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