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17 दिनों बाद सुरंग से निकाले गए सभी 41 श्रमिक स्वस्थ, आज जा सकते हैं देहरादून एम्स
17 दिनों बाद सुरंग से निकाले गए सभी 41 श्रमिक स्वस्थ, आज जा सकते हैं देहरादून एम्स
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17 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार को उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
2023-11-28T20:02+0530
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सेना, NDRF, SDRF के साथ सभी सरकारी एजेंसियों ने लगातार मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 'रैट-होल' खनिकों ने बचे हुए 10-12 मीटर मलबे को मैन्युअल रूप से खोदने के काम के लिए सेना के साथ मिलकर काम किया।सुरंग से निकालने के बाद सभी को प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में उन्हे बुधवार को एम्स देहरादून ले जाने की संभावना है।सुरंग से निकालने के बाद सभी को प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में उन्हे बुधवार को एम्स देहरादून ले जाने की संभावना है।मीडिया के अनुसार, श्रमिकों को सुरंग से निकालकर 30 किलोमीटर दूर स्थित चिल्यानिसौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया, जहां बचाए गए श्रमिकों के लिए 41 बिस्तरों वाला एक अलग खंड तैयार किया गया था। 12 नवंबर 2023 को भारत के उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिल्कयारा बेंड - बारकोट सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था, जिसमें 41 श्रमिक सुरंग के अंदर फंस गए थे। सुरंग के धंसने के बाद लगातार बचाव अभियान चलाया जा रहा था।
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उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिक,41 श्रमिकों में से पहला श्रमिक बाहर,उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग, 41 श्रमिकों में से पहला श्रमिक बाहर आया,41 workers trapped in silkyara tunnel, uttarkashi, first worker out of 41 workers, silkyara tunnel, uttarkashi,the first worker out of 41 workers came out
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17 दिनों बाद सुरंग से निकाले गए सभी 41 श्रमिक स्वस्थ, आज जा सकते हैं देहरादून एम्स
20:02 28.11.2023 (अपडेटेड: 10:24 29.11.2023) 17 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार को उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
सेना, NDRF, SDRF के साथ सभी सरकारी एजेंसियों ने लगातार मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 'रैट-होल' खनिकों ने बचे हुए 10-12 मीटर मलबे को मैन्युअल रूप से खोदने के काम के लिए सेना के साथ मिलकर काम किया।
सुरंग से निकालने के बाद सभी को प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में उन्हे बुधवार को एम्स देहरादून ले जाने की संभावना है।
सुरंग से निकालने के बाद सभी को प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में उन्हे बुधवार को एम्स देहरादून ले जाने की संभावना है।
इससे पहले उत्तराखंड के
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुदाई का काम पुरा होने की जानकारी दी थी।
मीडिया के अनुसार, श्रमिकों को सुरंग से निकालकर 30 किलोमीटर दूर स्थित चिल्यानिसौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया, जहां बचाए गए श्रमिकों के लिए 41 बिस्तरों वाला एक अलग खंड तैयार किया गया था।
12 नवंबर 2023 को भारत के उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिल्कयारा बेंड - बारकोट सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था, जिसमें 41 श्रमिक सुरंग के अंदर फंस गए थे।
सुरंग के धंसने के बाद लगातार बचाव अभियान चलाया जा रहा था।