यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

रूसी रैपिरा एंटी-टैंक बंदूकों द्वारा यूक्रेनी सेना के गढ़ों को नष्ट करते हुए देखें

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रैपिरा के गोले सात किलोमीटर तक की दूरी से दागे जा सकते हैं, वे दुश्मन की रक्षात्मक संरचनाओं को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कुप्यांस्क क्षेत्र में यूक्रेनी सेना के गढ़ों को नष्ट करने वाली MT-12 रैपिरा एंटी-टैंक बंदूकों के चालक दल का कार्य प्रदर्शित करने वाला एक वीडियो जारी किया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इन गढ़ों को मानव रहित हवाई वाहनों की सहायता से रूसी टोही इकाई द्वारा देखा गया था।
100 मिमी MT-12 रैपिरा को इसकी सटीकता और विश्वसनीयता के लिए "स्नाइपर राइफल" के रूप में जाना जाता है। यह बंदूक एक मिनट में छह राउंड तक फायर कर सकती है।
4 जून से यूक्रेनी सशस्त्र बल आर्टेमोव्स्क (बख़मूत), ज़पोरोज्ये और दक्षिण डोनेट्स्क दिशाओं में प्रतिउत्तरी कार्रवाई करने का प्रयास कर रहे हैं। हाल ही में रूसी रक्षा मंत्री सेर्गेई शोइगू ने कहा कि यूक्रेन ने छह महीनों के तथाकथित जवाबी हमले में 125,000 से अधिक सैनिक और 16,000 हथियार खो दिए।
Russia's Lancet drone. File photo - Sputnik भारत, 1920, 02.12.2023
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रूसी पैराट्रूपर्स ने ’लैंसेट’ का उपयोग करके यूक्रेनी सैनिकों को नुकसान पहुंचाया: रक्षा मंत्रालय
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