यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

यूक्रेन संघर्ष में कम से कम 75 फ्रांसीसी भाड़े के सैनिकों ने भाग लिया: पूर्व खुफिया अधिकारी

© AP Photo / LibkosA Ukrainian soldier runs for cover during fights with Russian forces near Maryinka, Ukraine, Friday, Dec. 23, 2022.
A Ukrainian soldier runs for cover during fights with Russian forces near Maryinka, Ukraine, Friday, Dec. 23, 2022. - Sputnik भारत, 1920, 25.04.2024
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फ्रांस के पूर्व आतंकवाद विरोधी खुफिया अधिकारी निकोलस सिनक्विनी ने Sputnik को बताया कि रूस के विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद से यूक्रेन में कम से कम 75 फ्रांसीसी भाड़े के सैनिक मारे गए, घायल हुए या फ्रांस लौट गए हैं।
सिनक्विनी वर्तमान में यूक्रेन की ओर से संघर्ष में लड़ने वाले फ्रांसीसी नागरिकों के बारे में जानकारी खोज रहे हैं।

"मैंने आज तक जो सूची प्रकाशित की है, जिसमें मारे गए, घायल हुए और वापस देश आ गए लोग हैं, इस सूची में 75 ऐसे व्यक्ति शामिल हैं जिनकी सही-सही या छद्म नामों से पहचान की गई है, जो हमें पहले से ही बहुत कुछ बता सकते हैं," सिनक्विनी ने कहा।

उन्होंने कहा कि सूची में दो व्यक्ति भी शामिल हैं जिन्हें फ्रांसीसी अधिकारी "स्वयंसेवक" कहते हैं। आगे उन्होंने बताया कि उनके पास अन्य भाड़े के सैनिकों के बारे में भी जानकारी है जिन्होंने कीव की ओर से लड़ाई में भाग लिया था।

"सरकार ने उन्हें 'मानवीय कार्यकर्ताओं', एक स्विस एनजीओ के कर्मचारियों के रूप में प्रस्तुत किया, लेकिन मुझे विश्वास है कि वे सरकारी एजेंट थे। 1 फरवरी को उनकी मृत्यु के साथ उनका अस्तित्व हमारे सामने आया। बाकी अभी खोजे गए हैं और उनके बारे में प्रकाशित करने के लिए अभी तक पर्याप्त जानकारी नहीं है," पूर्व खुफिया अधिकारी ने कहा।

इसके साथ फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन में मारे गए फ्रांसीसी नागरिकों के बारे में फ्रांसीसी मीडिया में जानकारी के प्रकाशन के बावजूद, रूस पर "दुष्प्रचार" का आरोप लगाते हुए यूक्रेन के सशस्त्र बलों में फ्रांसीसी भाड़े के सैनिकों की उपस्थिति से इनकार किया।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने मार्च के मध्य में बताया था कि रूस के विशेष सैन्य अभियान के दौरान, 13,387 विदेशी भाड़े के सैनिक कीव शासन की ओर से लड़ाई में भाग लेने के लिए यूक्रेन पहुंचे थे। इस अवधि के दौरान 5,962 को मार गिराया गया।
मंत्रालय ने मारे गए भाड़े के सैनिकों की संख्या के मामले में पोलैंड को अग्रणी बताया जहाँ से 2,960 लोग आए थे और उनमें से 1,497 लोग मारे गए। इसके बाद जॉर्जिया का नंबर आता है जहाँ से 1,042 भाड़े के सैनिक इस संघर्ष में शामिल हुए थे, उनमें से से 561 मारे गए।
संयुक्त राज्य अमेरिका भी भाड़े के सैनिकों को भेजने में पीछे नहीं रहा और वहाँ से 1,113 लोग आए थे, लेकिन 491 लोगों को अपनी जान गवाँनी पड़ी। इसके बाद कनाडा से 1,005, 822 ब्रिटिश, 784 रोमानियाई और जर्मनी से कुल 235 भाड़े सैनिक आए थे। इन देशों द्वारा संघर्ष में भेजे गए सैनिकों में से क्रमशः 422, 360, 784 और 88 भाड़े के सैनिक मारे जा चुके हैं।
A Ukrainian soldier helps a wounded fellow. File photo - Sputnik भारत, 1920, 23.04.2024
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