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रूस ने म्यांमार के साथ परमाणु ऊर्जा संयंत्र निर्माण समझौते पर किये हस्ताक्षर
रूस ने म्यांमार के साथ परमाणु ऊर्जा संयंत्र निर्माण समझौते पर किये हस्ताक्षर
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मस्को श्रीलंका, बांग्लादेश और म्यांमार सहित भारत के पड़ोस में अपना नागरिकी परमाणु सहयोग बढ़ा रहा है।
2024-05-25T19:23+0530
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रूसी मंत्रिमंडल ने शनिवार को घोषणा की कि रूस दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र में कम-शक्ति वाले परमाणु ऊर्जा संयंत्र (एलएनपीपी) के निर्माण हेतु म्यांमार के साथ एक अंतर-सरकारी अनुबंध पर हस्ताक्षर करेगा। रूसी सरकार के कानूनी कृत्यों की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित डिक्री द्वारा दिए गए विवरण के अनुसार, यूरेशियन देश एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण करेगा जो रूसी परमाणु रिएक्टरों की सहायता से कम से कम 110 मेगावाट की ऊर्जा उत्पन्न करेगा। रूस संयंत्र का निर्माण करेगा और इसे संचालित भी करेगा। राज्य निगम रोसाटॉम ने अपने वक्तव्य में कहा कि, "रूसी सरकार की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर करने का निर्देश दिया गया था।" पिछले वर्ष, मास्को और नेपीडॉ ने नागरिकी परमाणु क्षेत्र में सहयोग हेतु एक अंतर-सरकारी समझौते को अंतिम रूप दिया था।समझौते में रूसी सहायता से कम-शक्ति वाले परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण की परिकल्पना की गई थी, जिसमें तकनीकी और वित्तीय सहायता भी निहित होगी।
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रूसी परमाणु रिएक्टर, परमाणु ऊर्जा क्षमता, कम लागत वाले परमाणु ऊर्जा संयंत्र, रूसी रिएक्टर, म्यांमार परमाणु ऊर्जा क्षेत्र, म्यांमार में परमाणु ऊर्जा संयंत्र, भारत का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र, परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण रूसी परियोजना,
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रूस ने म्यांमार के साथ परमाणु ऊर्जा संयंत्र निर्माण समझौते पर किये हस्ताक्षर
मस्को श्रीलंका, बांग्लादेश और म्यांमार सहित भारत के पड़ोस में अपना नागरिकी परमाणु सहयोग बढ़ा रहा है।
रूसी मंत्रिमंडल ने शनिवार को घोषणा की कि रूस दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र में कम-शक्ति वाले परमाणु ऊर्जा संयंत्र (एलएनपीपी) के निर्माण हेतु म्यांमार के साथ एक अंतर-सरकारी अनुबंध पर हस्ताक्षर करेगा।
रूसी सरकार के कानूनी कृत्यों की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित डिक्री द्वारा दिए गए विवरण के अनुसार, यूरेशियन देश एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण करेगा जो रूसी परमाणु रिएक्टरों की सहायता से कम से कम 110 मेगावाट की ऊर्जा उत्पन्न करेगा।
"हम म्यांमार में रूसी परमाणु रिएक्टरों के साथ कम से कम 110 मेगावाट की क्षमता वाले भूमि आधारित कम-शक्ति (एलएनपीपी) के निर्माण के संबंध में बात कर रहे हैं।
रूस संयंत्र का निर्माण करेगा और इसे संचालित भी करेगा। राज्य निगम रोसाटॉम ने अपने वक्तव्य में कहा कि, "रूसी सरकार की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर करने का निर्देश दिया गया था।"
पिछले वर्ष, मास्को और नेपीडॉ ने नागरिकी परमाणु क्षेत्र में सहयोग हेतु एक अंतर-सरकारी समझौते को अंतिम रूप दिया था।समझौते में रूसी सहायता से कम-शक्ति वाले परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण की परिकल्पना की गई थी, जिसमें तकनीकी और वित्तीय सहायता भी निहित होगी।