https://hindi.sputniknews.in/20240801/bhaaritiiy-vaayusenaa-kaa-sbse-vishaal-snyukt-sainy-abhyaas-agle-sptaah-se-hogaa-aarinbh-7945760.html
भारतीय वायुसेना का सबसे विशाल संयुक्त सैन्य अभ्यास अगले सप्ताह से होगा आरंभ
भारतीय वायुसेना का सबसे विशाल संयुक्त सैन्य अभ्यास अगले सप्ताह से होगा आरंभ
Sputnik भारत
भारतीय वायुसेना अब तक का सबसे बड़ा अभ्यास करने जा रही है जिसमें पूरी दुनिया की बड़ी वायुसेनाएं भाग लेंगी। तरंग शक्ति नाम के इस अभ्यास में 10 देशों की वायुसेनाएं अपने एयरक्राफ्ट के साथ हिस्सा लेंगी
2024-08-01T13:44+0530
2024-08-01T13:44+0530
2024-08-01T13:44+0530
डिफेंस
भारत
भारतीय वायुसेना
रक्षा मंत्रालय (mod)
तमिलनाडु
राजस्थान
सैन्य अभ्यास
भारत का विकास
तकनीकी विकास
रूस
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/02/17/6653336_0:157:3084:1892_1920x0_80_0_0_bc0fb93ce72039a53ee3340f8572cdfa.jpg
भारतीय वायुसेना के बयान के अनुसार, तरंग शक्ति नाम के इस अभ्यास में 10 देशों की वायुसेनाएं अपने एयरक्राफ्ट के साथ हिस्सा लेंगी जबकि 17 देश प्रेक्षक (ऑब्जर्वर) के स्तर पर सम्मिलित होंगे। भारतीय वायुसेना के उपाध्यक्ष एयर मार्शल एपी सिंह ने बताया कि भारत ने रूस सहित कुल 51 देशों को इन अभ्यास का निमंत्रण भेजा है। पहले चरण में भारत अपने 40 एयरक्राफ्ट भेज रहा है जिसमें फ़ाइटर जेट्स, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट दोनों होंगे। अभ्यास के दूसरे चरण में भारत 40 एयरक्राफ्ट उतारेगा जिनमें लड़ाकू हेलीकॉप्टर भी होंगे। भारत इस अभ्यास में स्वदेशी लड़ाकू जेट तेजस के अतिरिक्त रूस मूल के सुखोई-30, मिग-29 दूसरे देशों की वायुसेना के साथ उतारेगा।भारतीय वायुसेना ने पहले कई बार दूसरे देशों के साथ साझा अभ्यास किए हैं परंतु यह पहला अवसर है जब भारत इतने बड़े स्तर पर बहुराष्ट्रीय साझा अभ्यास कर रहा है। ऐसे साझा अभ्यासों से साथ मिलकर प्राकृतिक आपदा या शांति सेना के स्तर पर काम करने के नए तरीक़े सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है।
https://hindi.sputniknews.in/20240731/india-planning-to-equip-army-tanks-with-new-active-armour-report-7940317.html
भारत
तमिलनाडु
राजस्थान
रूस
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2024
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/02/17/6653336_177:0:2908:2048_1920x0_80_0_0_7e3dff683273574fd82d520bcf9adb5d.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
भारत, तमिलनाडु, भारतीय वायुसेना,सुखोई 30, जोधपुर, अवाक्स, रक्षा, सुलूर,कृष्णमोहन मिश्रा, साझा अभ्यास, राजस्थान
भारत, तमिलनाडु, भारतीय वायुसेना,सुखोई 30, जोधपुर, अवाक्स, रक्षा, सुलूर,कृष्णमोहन मिश्रा, साझा अभ्यास, राजस्थान
भारतीय वायुसेना का सबसे विशाल संयुक्त सैन्य अभ्यास अगले सप्ताह से होगा आरंभ
भारतीय वायुसेना अब तक का सबसे बड़ा अभ्यास करने जा रही है जिसमें पूरी दुनिया की बड़ी वायुसेनाएं भाग लेंगी। यह अभ्यास दो चरणों में होगा और अगस्त से सितंबर तक चलेगा।
भारतीय वायुसेना के बयान के अनुसार, तरंग शक्ति नाम के इस अभ्यास में 10 देशों की वायुसेनाएं अपने एयरक्राफ्ट के साथ हिस्सा लेंगी जबकि 17 देश प्रेक्षक (ऑब्जर्वर) के स्तर पर सम्मिलित होंगे।
पहला चरण तमिलनाडू के सुलूर एयरबेस में होगा जो 6 से 14 अगस्त तक चलेगा। दूसरा चरण राजस्थान के जोधपुर में 29 अगस्त से 14 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा। सुलूर में होने वाले अभ्यास में फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और ब्रिटेन की वायुसेनाएं अपने एयरक्राफ्ट के साथ सम्मिलित होंगी। जोधपुर में बांगलादेश, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस और अमेरिका की वायुसेनाएं भी इस अभ्यास में हिस्सा लेंगी।
भारतीय वायुसेना के उपाध्यक्ष एयर मार्शल एपी सिंह ने बताया कि भारत ने रूस सहित कुल 51 देशों को इन अभ्यास का निमंत्रण भेजा है।
"साझा अभ्यास में वायुसेनाओं को एक-दूसरे से कारगर ढंग से कार्रवाई करना सीखने का अवसर मिलता है। इस अभ्यास से हम दुनिया को
भारत की रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की प्रतिबद्धता को भी दिखाएंगे। साझा अभ्यास के दौरान प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी जिससे भारतीय रक्षा उद्योग की प्रगति का पता दुनिया को चलेगा," एयर मार्शल सिंह ने कहा।
पहले चरण में भारत अपने 40 एयरक्राफ्ट भेज रहा है जिसमें फ़ाइटर जेट्स, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट दोनों होंगे। अभ्यास के दूसरे चरण में भारत 40 एयरक्राफ्ट उतारेगा जिनमें लड़ाकू हेलीकॉप्टर भी होंगे। भारत इस अभ्यास में स्वदेशी लड़ाकू जेट तेजस के अतिरिक्त रूस मूल के सुखोई-30, मिग-29 दूसरे देशों की वायुसेना के साथ उतारेगा।
भारतीय वायुसेना ने पहले कई बार दूसरे देशों के साथ साझा अभ्यास किए हैं परंतु यह पहला अवसर है जब भारत इतने बड़े स्तर पर बहुराष्ट्रीय साझा अभ्यास कर रहा है। ऐसे साझा अभ्यासों से साथ मिलकर प्राकृतिक आपदा या शांति सेना के स्तर पर काम करने के नए तरीक़े सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है।